कांग्रेस विधायक का इस्तीफा कर्नाटक के सत्तारूढ़ गढ़बंधन में बेचैनी दर्शाता है : येदियुरप्पा
बेंगलुरु : कर्नाटक भाजपा के प्रमुख बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि विजयनगर के कांग्रेस विधायक आनंद सिंह का इस्तीफा सत्तारूढ़ गठबंधन में बड़े पैमाने पर बेचैनी को दर्शाता है और सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी जिसके बाद उनकी पार्टी नयी सरकार के गठन के लिए संवैधानिक प्रावधानों को खंगालेगी. नये […]
बेंगलुरु : कर्नाटक भाजपा के प्रमुख बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा कि विजयनगर के कांग्रेस विधायक आनंद सिंह का इस्तीफा सत्तारूढ़ गठबंधन में बड़े पैमाने पर बेचैनी को दर्शाता है और सरकार अपने ही बोझ से गिर जाएगी जिसके बाद उनकी पार्टी नयी सरकार के गठन के लिए संवैधानिक प्रावधानों को खंगालेगी.
नये चुनाव की संभावना को खारिज करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा वाले संन्यासी तो हैं नहीं, और सरकार का भविष्य कांग्रेस -जदएस के 20 से अधिक नाराज विधायकों के फैसले पर टिका है.
उन्होंने कहा, राजनीतिक घटनाक्रम की जहां तक बात है तो, मुझे अब तक आनंद सिंह के इस्तीफे के बारे में पता नहीं चला है. एकमात्र बात यह है कि उनका इस्तीफा कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बेचैनी को दर्शाता है. हमें इस्तीफों की परवाह नहीं है. हमारी पहली चिंता लोग और सूखा हैं.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, हम स्थिति पर नजर बनाये रखेंगे. कुछ भी हो सकता है. यदि सरकार गिरती है जो हम जिम्मेदार नहीं होंगे. वह अपने बोझ से गिरेगी. उन्होंने कहा, इस सरकार के गिरने के बाद ही हम नयी सरकार के गठन के लिए संवैधानिक विकल्पों को खंगाल सकते हैं.
चुनाव का कोई सवाल नहीं है. हम 105 सदस्यों के साथ एक मजबूत शक्ति हैं और यदि वर्तमान सरकार गिरती है तो हमारा सरकार बनाने का दावा करने का पूरा अधिकार है.
कांग्रेस विधायक आनंद सिंह ने सोमवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की और अपने गृह जिले बेल्लारी में जेएसडब्ल्यू स्टील को 3667 एकड़ जमीन देने का विरोध किया. ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा सरकार में मंत्री रहे सिंह भगवा पार्टी में वापस लौट सकते हैं. वह 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुए थे.