महिलाओं पर की गयी टिप्पणी को लेकर दलाई लामा ने मांगी माफी
धर्मशाला : दलाई लामा ने बीबीसी पर हाल ही में दिये गये साक्षात्कार के दौरान महिलाओं पर की गयी अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली. उनके कार्यालय ने कहा कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता ने हमेशा महिलाओं को एक उत्पाद की तरह पेश किये जाने का विरोध किया है. साक्षात्कार के दौरान उनसे पूछा […]
धर्मशाला : दलाई लामा ने बीबीसी पर हाल ही में दिये गये साक्षात्कार के दौरान महिलाओं पर की गयी अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांग ली. उनके कार्यालय ने कहा कि तिब्बत के आध्यात्मिक नेता ने हमेशा महिलाओं को एक उत्पाद की तरह पेश किये जाने का विरोध किया है. साक्षात्कार के दौरान उनसे पूछा गया था कि उनका उत्तराधिकारी एक महिला हो सकती है, तो इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा था कि उसे आकर्षक होना चाहिए.
इसे भी देखें : दलाई लामा ने क्यों कहा महिला उत्तराधिकारी संभव, पर वो आकर्षक हो
दलाई लामा के कार्यालय ने यहां एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि आध्यात्मिक नेता का मकसद किसी को चोट पहुंचाना नहीं था… और उन्हें बेहद दुख है कि उनकी बात से लोगों को दुख पहुंचा है. उन्होंने माफी की पेशकश की है. वहीं, इसी साक्षात्कार में यूरोप में शरणार्थी संकट के सवाल पर दिये गये जवाब को लेकर उनके कार्यालय ने कहा कि हो सकता है उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया हो. तिब्बत के आध्यात्मिक नेता खुद निर्वासित हैं.
उन्होंने कहा था कि यूरोप को एक निश्चित सीमा तक ही शरणार्थियों को लेना चाहिए और उनका लक्ष्य होना चाहिए कि वह उन्हें उनके देश भेजें. उन्होंने कहा कि लेकिन क्या पूरा यूरोप मुस्लिम देश बन जायेगा? असंभव. या फिर अफ्रीकी देश बन जायेगा. यह भी असंभव. यूरोप को यूरोपीय लोगों के लिए ही रखें.
बयान में कहा गया कि अनौपचारिक रूप से दिये गये बयान में कभी-कभी ऐसा होता है. हो सकता है कि किसी एक सांस्कृतिक परिपेक्ष्य में यह अच्छा हो, लेकिन जब यह किसी और अन्य में लाया जाता है, तो अनुवाद में उसका हास्य खो जाता है.