INX मीडिया भ्रष्ट्राचार केस में नया मोड़, इंद्राणी मुखर्जी बनीं सरकारी गवाह
नयी दिल्लीः INX मीडिया मामले में अब एक नया मोड़ आया है. इस मामले में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी अब सरकारी गवाह बन चुकी है. सीबीआई की विशेष अदालत ने आईएनएक्स मीडिया मामले में आईएनएक्स मीडिया की पूर्व निदेशक इंद्राणी मुखर्जी को गवाह बनने की इजाजत दे दी है. बता दें कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री […]
नयी दिल्लीः INX मीडिया मामले में अब एक नया मोड़ आया है. इस मामले में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी अब सरकारी गवाह बन चुकी है. सीबीआई की विशेष अदालत ने आईएनएक्स मीडिया मामले में आईएनएक्स मीडिया की पूर्व निदेशक इंद्राणी मुखर्जी को गवाह बनने की इजाजत दे दी है. बता दें कि पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले से जुड़े हैं. इसी मामले में अभी सुनवाई चल रही है.
इंद्राणी मुखर्जी ने खुद सरकारी गवाह बनने की मांग करते हुए दिल्ली की विशेष सीबीआई कोर्ट में एक याचिका डाली थी। सीबीआई के जज अरुण भारद्वाज ने गवाह बनने के लिए इंद्राणी की दायर याचिका स्वीकार कर ली. इसके साथ ही उनकी क्षमा याचिका भी स्वीकार कर ली गई. मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी. वहीं कोर्ट ने इंद्राणी को व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है.
एक नजर में INX मीडिया केस
यह केस साल 2007 में आइएनएक्स मीडिया को मिले पैसों के लिए विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआइपीबी) से मंजूरी मिलने से जुड़ा हुआ है. 305 करोड़ रुपये के इस हाई प्रोफाइल घोटाले में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम का नाम भी घेरे में हैं. सीबीआई और ईडी केस में जांच कर रही है कि कैसे पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को 2007 में विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से आईएनएक्स मीडिया के लिए मंजूरी मिल गयी थी, जबकि उस वक्त वित्त मंत्री खुद उनके पिता पी. चिदंबरम थे.
सीबीआई और ईडी की जांच में ये पता चला कि विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से मंजूरी दिलाने के लिए आईएनएक्स मीडिया के निदेशक पीटर मुखर्जी और इंद्राणी मुखर्जी ने पी. चिदंबरम से मुलाकात की थी, जिससे विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड से मंजूरी में कोई देरी ना हो.