नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने युवाओं की दशा सुधारने के लिए नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाने की बात कही. उन्होंने कहा कि विदेशी छात्रों को भारत में पढ़ने के लिए आने के लिए आकर्षित किया जायेगा. इसके लिए सरकार ‘स्टडी इन इंडिया’ प्रोग्राम की शुरुआत करेगी. साथ ही खेलकूद को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने की योजनाओं की भी जानकारी संसद में दी.
वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि रोजगार के क्षेत्र में सरकार को बड़े काम करने हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए जरूरी है कि उच्च शिक्षा का माहौल इंटरनेशनल लेवल का हो. वित्त मंत्री ने कहा कि पांच साल पहले दुनिया के टॉप 200 में देश का एक भी शैक्षणिक संस्थान शामिल नहीं था. आज के समय में दो आइआइटी समेत तीन संस्थान इस लिस्ट में हैं.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार इस संख्या को और ज्यादा देखना चाहती है. इसके लिए जरूरी कदम उठाये जायेंगे. उन्होंने क उच्च शैक्षणिक संस्थानों के लिए रेग्युलेटरी सिस्टम में और सुधार लाया जायेगा, ताकि देश में उच्च शिक्षा का माहौल अंतरराष्ट्रीय स्तर का बन सके. वित्त मंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों से युवाओं को परिचित कराने की भी पहल शुरू की जायेगी. बजट में युवाओं के लिए ये हैं खास बातें :
-खेलो इंडिया स्कीम के तहत नेशनल स्पोर्ट्स एजुकेशन बोर्ड की शुरुआत की जायेगी. खिलाड़ियों के विकास के लिए बड़ा अभियान शुरू किया जायेगा.
-केंद्र सरकार उच्च शिक्षा संस्थानों को 400 करोड़ रुपये की मदद देगी.
-देश में इंटरनेशनल एजुकेशन सिस्टम विकसित करने के लिए विदेशी छात्रों के लिए ‘स्टडी इन इंडिया’ प्रोग्राम की शुरुआत की जायेगी.
-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मूल्यों से देश और दुनिया को अवगत कराने के लिए ‘गांधीपीडिया’ तैयार करने की योजना है.
-देश में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की जायेगी.
-योग्य शिक्षक तैयार करने के लिए उच्च शिक्षा में ‘ज्ञान स्कीम’ की शुरुआत की जायेगी.