कांग्रेस ने भाजपा पर कर्नाटक में सरकार गिराने की साजिश रचने का लगाया आरोप
बेंगलुरु : कर्नाटक में शनिवार को 13 विधायकों के इस्तीफे की पृष्ठभूमि में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने राज्य की कांग्रेस-जदएस सरकार को गिराने के लिए भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगाया. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के आला नेता सिद्धरमैया ने पार्टी के नौ और विधायकों के इस्तीफा देने की अटकलों के बीच […]
बेंगलुरु : कर्नाटक में शनिवार को 13 विधायकों के इस्तीफे की पृष्ठभूमि में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने राज्य की कांग्रेस-जदएस सरकार को गिराने के लिए भाजपा पर साजिश रचने का आरोप लगाया.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के आला नेता सिद्धरमैया ने पार्टी के नौ और विधायकों के इस्तीफा देने की अटकलों के बीच पत्रकारों से कहा, यह भाजपा कर रही है. यह उनका धनबल है जो मौजूदा गतिरोध के लिए जिम्मेदार है. भाजपा अपने पाले में विधायकों को शामिल करने के लिए उन्हें लालच दे रही है. वे विधायकों को पैसों की पेशकश कर रहे हैं और मंत्री पद नहीं मिलने की नाराजगी का दोहन कर रहे हैं. उन्होंने हैरानी जतायी कि बीटीएम लेआउट से सात बार के विधायक और पूर्व राज्य मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने इस्तीफा देने का फैसला किया. कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा, मैंने रामलिंगा रेड्डी से कहा था कि हम उन्हें पहली बारी में मंत्री नहीं बना सके, लेकिन मंत्रिमंडल के दूसरे फेरबदल में उन्हें कैबिनेट में जगह मिलेगी. यह आला कमान का फैसला था. वह राजी थे लेकिन बाद में क्या हुआ इसकी जानकारी मुझे नहीं है.
बता दें कि यह सारी गड़बड़, निर्दलीय विधायक एच नागेश तथा केपीजे के एकमात्र विधायक आर शंकर को 14 जून को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने से हुई है. इसी के बाद बगावत हुई है. सिद्धरमैया ने सत्तारूढ़ गठबंधन कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कोटे के एक मंत्री पद के कई दावेदार थे और पार्टी ने इसे निर्दलीय विधायक को देने का फैसला किया. गठबंधन बनाने के वक्त हुए समझौते के तहत कांग्रेस को 22 और जदएस को 12 मंत्री पद मिलने थे. गठबंधन के दोनों साझेदारों ने सरकार बचाने के लिए अपने-अपने कोटे के मंत्री पदों को इन दो विधायकों को दे दिया. एक सवाल पर सिद्धरमैया ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री एचडी कुमास्वामी से बातचीत की है. वह आज अमेरिका से वापस आ रहे हैं.
बहरहाल, सिद्धरमैया ने कहा कि रविवार को उनके और कुमारस्वामी के बीच कोई मुलाकात नहीं होगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कर्नाटक में राजनीतिक गतिरोध के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, भाजपा नीत केंद्र गतिरोध में सीधे शामिल है. भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है. कांग्रेस इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. इस तरह की अटकलें हैं कि फूट को दबाने के लिए खड़गे को राज्य का मुख्यमंत्री नियुक्त किया जा सकता है. इस पर उन्होंने कहा कि अफवाहों को फैलाया जा रहा है और उन्होंने जोर दिया कि वह चाहते हैं कि गठबंधन सरकार बनी रहे.
जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा ऐसे पेश आ रही है जैसे वह कुछ नहीं जानती है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, वे ऐसे बर्ताव कर रहे हैं मानो कि वे घटनाक्रम से अनभिज्ञ और मासूम हैं. भाजपा कह रही है कि वह कुछ नहीं जानती है. यह सबको पता है कि यहां खेल कौन खेल रहा है. हम जानते हैं कि किसके साथ कितने दौर की बैठक हुई है. कोई भी ये चीजें नहीं छुपा सकता है. उन्होंने हैरानी जतायी कि जो भाजपा कह रही थी वह इस दक्षिणी राज्य में सरकार नहीं बना सकती है अब कैसे सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आगे आयी है. उनसे सवाल किया गया कि अगर असंतुष्ट मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया या खड़गे की हिमायत करें तो क्या वह सरकार को समर्थन देंगे. इस पर शिवकुमार ने कहा कि वह कुमारस्वामी को भी धोखा नहीं देंगे. उन्होंने कहा, कुमारस्वामी को धोखा देने का सवाल ही नहीं है. मैं नहीं जानता हूं कि कांग्रेस और जदएस क्या करेंगे. हम पहले ही कह चुके हैं कि कुमारस्वामी पांच साल तक मुख्यमंत्री रहेंगे. कांग्रेस नेता ने कहा, मैं एचडी देवगौड़ा से मिला. कारण जाहिर है. हमारे सभी वरिष्ठ नेता आज मिल रहे हैं. हम कुछ निर्णय करेंगे.