कर्नाटक में कांग्रेस के बाद अब जदएस कोटे के सभी नौ मंत्रियों ने भी दिये इस्तीफे
बेंगलुरु : कर्नाटक में जदएस के सभी नौ मंत्रियों ने मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए अपने इस्तीफे सौंप दिये. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के कार्यालय ने सोमवार को यह जानकारी दी. राज्य में गठबंधन सरकार के सहयोगी कांग्रेस के 21 मंत्रियों के मंत्रिमंडल से इस्तीफे के तुरंत बाद जदएस के मंत्रियों ने इस्तीफे दिये. मुख्यमंत्री कार्यालय […]
बेंगलुरु : कर्नाटक में जदएस के सभी नौ मंत्रियों ने मंत्रिमंडल में फेरबदल के लिए अपने इस्तीफे सौंप दिये. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के कार्यालय ने सोमवार को यह जानकारी दी.
राज्य में गठबंधन सरकार के सहयोगी कांग्रेस के 21 मंत्रियों के मंत्रिमंडल से इस्तीफे के तुरंत बाद जदएस के मंत्रियों ने इस्तीफे दिये. मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर बताया, जदएस के सभी मंत्रियों ने भी कांग्रेस के 21 मंत्रियों की तरह इस्तीफे दे दिये हैं. मंत्रिमंडल में जल्द ही फेरबदल होगा. सत्तारूढ़ गठबंधन के 13 विधायकों के इस्तीफों के बाद कर्नाटक में संकट पैदा हो गया. राज्य मंत्रिमंडल में जदएस का हिस्सा मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्रियों का है, जबकि निर्दलीय विधायक आर शंकर समेत कांग्रेस के 22 मंत्री हैं. शंकर को पिछले महीने पार्टी कोटा से मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल शामिल किया गया था.
इससे पूर्व कांग्रेस ने एक दर्जन से अधिक विधायकों के इस्तीफे से संकट में फंसी कर्नाटक की 13 माह पुरानी कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार को बचाने की अंतिम कोशिश के तहत सोमवार को कहा कि मंत्रिमंडल में फेरबदल करने और असंतुष्ट विधायकों को उसमें जगह देने का मार्ग प्रशस्त करने के लिए उसके मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया. उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर के निवास पर हुई कांग्रेस मंत्रियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक में कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी हिस्सा लिया. इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेताओं से बातचीत की.
बैठक के बाद वेणुगोपाल ने संवाददाताओं से कहा, पार्टी के व्यापक हित में कल और आज हमने वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों के साथ विस्तृत चर्चा की. आज सुबह हमने मंत्रियों के साथ बैठक की. जहां तक कांग्रेस मंत्रियों की बात है तो वर्तमान स्थिति में उन्होंने स्वेच्छा से मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. वेणुगोपाल ने कहा, उन्होंने वर्तमान परिदृश्य में इन मुद्दों के समाधान के लिए मंत्रिमंडल में फेरबदल पर जरूरी फैसला करने का जिम्मा कांग्रेस पार्टी पर छोड़ दिया है. मैं मंत्रियों को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं. सिद्धरमैया ने भी कहा कि सभी कांग्रेस मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दे दिया है और पार्टी को मंत्रिमंडल में फेरबदल करने पर पूरी आजादी दे दी है. गठबंधन सरकार कांग्रेस के दस और जदएस के तीन विधायकों के इस्तीफा देने के बाद संकट में फंस गयी है.
सोमवार को कर्नाटक के मंत्री और निर्दलीय विधायक एच नागेश ने इस्तीफा दिया और एचडी कुमारस्वामी की अगुवाई वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया. पहले से ही डावांडोल सरकार के लिए यह एक दूसरा झटका है. ये इस्तीफे स्वीकार कर लिये जाते हैं तो सरकार के समक्ष बहुमत से हाथ धोने का संकट आ जायेगा. जिन 13 विधायकों ने इस्तीफा दिया है, वे मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं. वेणुगोपाल ने कहा है कि पार्टी हर चीज पर चर्चा के लिए तैयार है और जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उन्हें लौट आना चाहिए. उन्होंने कहा, हमें विश्वास है कि वे लौटेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मजबूती से इस स्थिति का मुकाबला करेगी और हमें कर्नाटक में पार्टी की ताकत में दृढ़ विश्वास है और हमें यह भी विश्वास है कि यह सरकार टिकेगी.
भाजपा पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाते हुए वेणुगोपाल ने कहा, यह छठी बार है कि भाजपा ने राज्य में गठबंधन सरकार को अस्थिर करने का प्रयत्न किया है. वह पहले पांच बार प्रयास कर चुकी है, लेकिन वह बुरी तरह विफल रही. इस बार भी वह विफल रहेगी. वह सरकार अस्थिर करने के लिए सत्ता और केंद्रीय एजेंसिया का उपयोग कर रही है.