#Karnataka : भाजपा ने कुमारस्वामी से मांगा इस्तीफा, येदियुरप्पा बोले – हमारे पास 107 विधायक
बेंगलुरू : भाजपा ने सोमवार को मांग की कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी तत्काल पद छोड़ें क्योंकि 13 विधायकों के इस्तीफा देने और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सरकार ‘अल्पमत’ में आ गई है. भाजपा के बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक सीएम कुमारस्वामी के ‘सब ठीक है, सरकार ठीक […]
बेंगलुरू : भाजपा ने सोमवार को मांग की कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी तत्काल पद छोड़ें क्योंकि 13 विधायकों के इस्तीफा देने और एक निर्दलीय विधायक के समर्थन वापस लेने के बाद उनकी सरकार ‘अल्पमत’ में आ गई है.
भाजपा के बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक सीएम कुमारस्वामी के ‘सब ठीक है, सरकार ठीक से चलेगी’ वाले बयान पर कहा, 2 निर्दलीय विधायक राज्यपाल से मिले और उन्होंने भाजपा को सपॉर्ट करने का पत्र राज्यपाल को सौंप दिया है. अब हम 105+2= 107 पर हैं. बहुमत खो देने के बाद भी कुमारस्वामी ऐसे बोल रहे हैं, जनता सब देख रही है. आगे देखते हैं.
BS Yeddyurappa, BJP on K'taka CM saying 'Govt will run smoothly': 2 independent MLAs met the Guv & gave letter that they'll support BJP, now we're 105 + 2 = 107. Even when they've lost majority Kumaraswamy is speaking like that, people are observing everything. Let us see & wait. pic.twitter.com/RFTIxnJxbz
— ANI (@ANI) July 8, 2019
पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं पद्मनाभनगर से भाजपा विधायक आर अशोक ने यहां संवाददाताओं से कहा, यदि उनमें गरिमा, सम्मान और आत्मसम्मान है या वे कर्नाटक की संस्कृति और परंपराओं से अवगत हैं तो उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए…कुर्सी से चिपके रहने का प्रयास नहीं करिये. आपके पास संख्याबल नहीं है.
अशोक ने कहा कि वह उम्मीद कर रहे थे कि रविवार रात में अमेरिका की यात्रा से लौटे मुख्यमंत्री कई इस्तीफों के बाद सीधे राजभवन जाएंगे और अपना इस्तीफा सौंप देंगे. उन्होंने कहा कि यद्यपि ऐसा नहीं हुआ और केवल उनके मंत्री ने इस्तीफा दिया.
भाजपा नेता ने कहा कि कुमारस्वामी ने न केवल जनता बल्कि विधायकों और मंत्रियों का भी विश्वास खो दिया है. उन्होंने कहा, इसलिए कुमारस्वामी को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. इसी तरह के विचार पूर्व मंत्री एवं महादेवपुर से भाजपा विधायक अरविंद लिंबावली ने भी व्यक्त किये.
उन्होंने मांग की कि राज्यपाल वजुभाई वाला तत्काल हस्तक्षेप करें और इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए सरकार भंग कर दें कि उसने बहुमत खो दिया है. भाजपा विधान पार्षद रविकुमार ने कहा कि विधानसभाध्यक्ष 13 विधायकों के इस्तीफे लंबे समय तक रोककर नहीं रख सकते क्योंकि असंतुष्ट विधायकों ने स्पष्ट किया है कि वे मुंबई से नहीं लौटेंगे, जहां वे रुके हुए हैं.
उन्होंने कहा, 13 विधायकों के इस्तीफे और निर्दलीय विधायक नागेश के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार अल्पमत में आ गई है. भाजपा सूत्रों ने कहा कि नागेश ने भाजपा को समर्थन दे दिया है और मुंबई रवाना हो गए हैं. उन्होंने बताया कि वह असंतुष्ट कांग्रेस और जद (एस) विधायकों के साथ शामिल होंगे. भाजपा के एक सूत्र ने कहा, इस समर्थन से हमारा संख्याबल 105 से बढ़कर 106 हो गया है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि कुछ और विधायक हमारा समर्थन करेंगे.