मुख्यमंत्री क्या रेप तो भगवान भी नहीं रोक सकता:कुरैशी
लखनऊ: राज्यपाल अजीज कुरैशी ने रेप पर विवादित बयान देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बचाव किया है. राज्यपाल अजीज कुरैशी का कहना है कि मुख्यमंत्री क्या रेप तो भगवान भी नहीं रोक सकता है. चाहे कितने भी पुलिस वाले लगा दिये जायें, रेप को रोकना मुश्किल है. गौरतलब है कि राज्यपाल अजीज कुरैशी ने […]
लखनऊ: राज्यपाल अजीज कुरैशी ने रेप पर विवादित बयान देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बचाव किया है. राज्यपाल अजीज कुरैशी का कहना है कि मुख्यमंत्री क्या रेप तो भगवान भी नहीं रोक सकता है. चाहे कितने भी पुलिस वाले लगा दिये जायें, रेप को रोकना मुश्किल है.
गौरतलब है कि राज्यपाल अजीज कुरैशी ने यह बयान तब दिया है जब उत्तर प्रदेश में अनगिनत बलात्कार की घटनाएं सामने आ रहीं हैं और लोग अखिलेश यादव सरकार पर सवालिया निशान लगा रहे हैं और उन्हें प्रदेश की गिरती कानून व्यवस्था के लिए जिम्मेवार बता रहे हैं.
महिलाओं पर विवादित बयान देने से नहीं चूकते हैं नेता
गौरतलब है कि महिलाओं पर टिप्पणी करना आजकल नेताओं का शगल बन गया है, खासकर देश में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं पर. अजीज कुरैशी से पहले भी कई नेताओं ने महिलाओं के खिलाफ टिप्पणी की है. कुछ ही दिनों पहले गोवा में एक मंत्री सुदिन धावलीकर ने कहा था कि पब में महिलाएं कम कपड़े पहनकर जायेगी, तो हमारी संस्कृति का क्या होगा.
रेप पर भी दिया है विवादित बयान
सपा के अध्यक्ष मुलायम सिंह ने भी रेप पर संसद में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि एक बलात्कारी को फांसी की सजा नहीं देनी चाहिए, क्योंकि लड़कों से गलती हो जाती है. वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि उत्तरप्रदेश की जनसंख्या जितनी है उसकी अपेक्षा यहां बलात्कार की घटनाएं कम होतीं हैं.
इससे पहले छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के गृहमंत्रियों ने भी बलात्कार पर विवादित बयान दिया था. छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक ने रेप पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि कोई जानबूझकर रेप नहीं करता, बल्कि यह गलती से हो जाता है.
वहीं मध्यप्रदेश के गृहमंत्री ने कहा था कि बाबूलाल गौर ने कहा था कि देश में बलात्कार की घटनाओं को रोकना असंभव है क्योंकि कोई बताकर तो नहीं जाता कि मैं रेप करने जा रहा हूं.वहीं महाराष्ट्र के गृहमंत्री आरआर पाटिल ने भी कहा था कि बलात्कार की घटनाओं को रोक पाना असंभव है,इसके लिए लोगों की सोच में बदलाव लाना होगा.
आखिर नेता बलात्कार रोकने पर कुछ क्यों नहीं कहते?
हमारे देश में बलात्कार की घटनाएं आम हैं, लेकिन हमारे नेता इन घटनाओं को रोकने की दिशा में कारगर कदम उठाने की बजाय महिलाओं को ही उसके लिए जिम्मेदार बता रहे हैं. यहां तक कि उनके पहनावे और आचार-विचार पर भी सवाल उठाया जाता है.