जेटली ने कहा, देश में मौजूद काले धन से सुधरेगी अर्थव्‍यवस्‍था

नयी दिल्‍ली: वित्‍त मंत्री अरूण जेटली इनकम टैक्‍स अधिकारियों से कहा कि काला धन सिर्फ विदेशों से लाने के इंतजार में ना बैठे. देश के अंदर जो काला धन है उसकी रिकवरी तेज करें. इससे भी देश की अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार होगी. और हम वर्ष 2014-15 के लक्ष्‍य से अधिक कर वसूल पायेंगे. साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 22, 2014 6:56 AM

नयी दिल्‍ली: वित्‍त मंत्री अरूण जेटली इनकम टैक्‍स अधिकारियों से कहा कि काला धन सिर्फ विदेशों से लाने के इंतजार में ना बैठे. देश के अंदर जो काला धन है उसकी रिकवरी तेज करें. इससे भी देश की अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार होगी. और हम वर्ष 2014-15 के लक्ष्‍य से अधिक कर वसूल पायेंगे. साथ ही वित्त मंत्री ने ये भी कहा कि अगर इनकम टैक्स वसूली के लिए की जानेवाली कानूनी कार्रवाई पर खर्च ज्यादा हो तो समझौते का रास्ता अख्तियार करें.

वित्त मंत्री ने इनकम टैक्स अधिकारियों से कहा कि काले धन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, लेकिन खर्चीली कानूनी कार्रवाई से बचें और समझौते का रास्ता अपनाये. साथ ही टैक्स वसूली के लिए टैक्सपेयर्स को अनावश्यक परेशान ना करें, लेकिन बकाये टैक्स की वसूली पर भी ध्यान दें. जेटली यहां आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयुक्तों, प्रधान महानिदेशकों, मुख्य आयुक्तों व महानिदेशकों के 30वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. वित्त मंत्री ने जोर दिया कि आयकर विभाग की विश्वसनीयता उसकी सबसे बड़ी संपत्ति है.

* लक्ष्य से ज्यादा होगी कर वसूली

वित्त मंत्री ने भरोसा जताया कि इस वित्त वर्ष में कर संग्रह 13.64 लाख करोड़ रुपये के बजट अनुमान से ऊपर रहेगा. पिछले वर्ष कर संग्रह लक्ष्य से कम रहा था. पीआइबी ने ट्विटर पर जेटली के हवाले से कहा, आयकर विभाग की विश्वसनीयता उसकी सबसे बड़ी संपत्ति है, यही वजह है कि विभाग के अधिकारियों से नैतिकता के उच्चतम मानक अपनाने की उम्मीद की जाती है.

सरकार को चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष कर संग्रह से 13.64 लाख करोड़ रुपये की प्राप्ति होने का अनुमान है. बीते वित्त वर्ष के दौरान कर संग्रह तय लक्ष्य से 77,000 करोड़ रुपये कम रहा था. सरकार ने 11.58 लाख करोड़ रुपये कर संग्रह किया था, जबकि बजट अनुमान 12.35 लाख करोड रुपये था. अर्थव्यवस्था में नरमी के चलते चालू वित्त वर्ष के लिए अप्रत्यक्ष कर संग्रह का लक्ष्य हासिल होने में संदेह है. हालांकि, आयकर के मोरचे पर लक्ष्य पार कर जाने की संभावना है.

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