पाक को आतंकवाद का प्रायोजक घोषित करने के प्रस्ताव वाला गैर सरकारी विधेयक पेश
नयी दिल्ली : लोकसभा में शुक्रवार को भाजपा के एक सदस्य ने पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक घोषित करने के प्रस्ताव वाला एक गैर सरकारी विधेयक पेश किया. सदन में गैर सरकारी कामकाज के तहत शुक्रवार को 44 निजी विधेयक पेश किये गये जिनमें गोकशी और गोवंश के वध पर पाबंदी करने, भोजपुरी, राजस्थानी तथा […]
नयी दिल्ली : लोकसभा में शुक्रवार को भाजपा के एक सदस्य ने पाकिस्तान को आतंकवाद का प्रायोजक घोषित करने के प्रस्ताव वाला एक गैर सरकारी विधेयक पेश किया.
सदन में गैर सरकारी कामकाज के तहत शुक्रवार को 44 निजी विधेयक पेश किये गये जिनमें गोकशी और गोवंश के वध पर पाबंदी करने, भोजपुरी, राजस्थानी तथा भोटी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने, मतदान को संविधान के तहत मौलिक अधिकार बनाने और निजी क्षेत्र में अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लोगों के लिए आरक्षण के प्रस्ताव वाले निजी विधेयक शामिल हैं. लोकसभा में शुक्रवार को अपराह्न में गैर सरकारी कामकाज होता है और सदस्यों के निजी विधेयक पेश किये जाते हैं.
इस दौरान भाजपा के संजय जायसवाल ने ‘इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान को आतंकवाद के प्रायोजक के रूप में घोषित करने संबंधी विधेयक, 2019′ पेश किया. भाजपा के रवि किशन ने भोजपुरी, राजस्थानी और भोटी भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए संविधान में संशोधन करने के प्रस्ताव वाला गैर सरकारी विधेयक पेश किया. उन्होंने गौ और गोवंश के वध का प्रतिषेध करने वाला निजी विधेयक भी पेश किया. कांग्रेस के शशि थरूर ने मताधिकार की आयु कम करने और मतदान को संविधान के तहत मौलिक अधिकार बनाने के लिए संविधान में संशोधन के प्रस्ताव वाला निजी विधेयक पेश किया.
विपक्षी पार्टी के ही कोडिकुन्नील सुरेश ने निजी क्षेत्र में एससी और एसटी के लोगों के लिए आरक्षण के प्रावधान वाला गैर सरकारी विधेयक पेश किया. भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी ने देश में पांच साल की अवधि में एक साथ सभी चुनाव कराने के लिए संविधान में संशोधन के प्रस्ताव वाला निजी विधेयक पेश किया.