नयी दिल्ली: कांग्रेस की आंखों के नूर और प्रधानमंत्री पद के दावेदार राहुल गांधी मुश्किल में फंसते दिख रहे हैं. असम गण परिषद (एजीपी) ने कांग्रेस उपाध्यक्ष को 500 करोड़ रु पये का कानूनी नोटिस भेजा है.
पार्टी के मुताबिक राहुल ने कथित तौर पर कहा था कि एजीपी उग्रवादियों की मदद से राज्य में सत्ता में आयी थी. इस बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए पार्टी ने उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है. असम के मुख्यमंत्री तरु ण गोगोई ने भी राहुल के बयान को सही ठहराया था और कहा था कि एजीपी के उग्रवादी समूहों से रिश्ते रहे हैं. पार्टी ने राहुल को इस बयान के लिए 15 दिन के भीतर माफी मांगने को कहा है.
एजीपी की युवा इकाई के अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा, अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष माफी नहीं मांगते, तो हम पार्टी की साख पर हमला करने के लिए 500 करोड़ रु पये का हर्जाना मांगेंगे. अगर उन्होंने 15 दिन में ऐसा नहीं किया, तो उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जायेगा. इससे पहले एजीपी अध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार महंत ने कहा था कि पार्टी राहुल के बयान की कड़ी निंदा करती है और उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाने को लेकर जानकारों से सलाह-मशविरा किया जा रहा है.