पाक की गोली से भड़की शिवसेना,कहा,एक का बदला 10 से लो
जम्मू: पाक की ओर से आज एकबार फिर जम्मू-कश्मीर के अखनूर मेंपाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा सीजफायर का उल्लंघन करते हुए दनादन गोलियां बरसायी गयी. पाकिस्तानी गोलियों का शिकार बीएसएफ के तीन जवान हुए. इनमें एक जवान शहीद हो गया और बाकी दो गंभीर रूप से घायल हो गये. नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से […]
जम्मू: पाक की ओर से आज एकबार फिर जम्मू-कश्मीर के अखनूर मेंपाकिस्तानी रेंजर्स द्वारा सीजफायर का उल्लंघन करते हुए दनादन गोलियां बरसायी गयी. पाकिस्तानी गोलियों का शिकार बीएसएफ के तीन जवान हुए. इनमें एक जवान शहीद हो गया और बाकी दो गंभीर रूप से घायल हो गये. नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से अबतक सीमा पर 19 बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया है.
यह घटना उस समय की है, जब रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि ना सिर झुका है, ना झुकने देंगे. जेटली ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जायेगा. हम किसी भी सूरत में अपने सैनिकों की हत्या बरदास्त नहीं करेंगे.
सेना की ओर से मिली जानकारी के बनुसार जम्मू-कश्मीर के अखनूर के पाकिस्तानी की ओर से फल्लनवाला सेक्टर से सीजफायर का उल्लंघन करते हुए चकला पोस्ट पर गोलियां बरसायी गयी. पाकिस्तानी सेना ने चकल्ला पोस्ट पर सुबह 8.30 बजे फायरिंग शुरू की जो 10.15 मिनट तक चलती रही.
उधर नयी एनडीए सरकार की सहयोगी शिवसेना ने नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. शिवसेना के सांसद संजय राउत ने पाक की गोलीबारी और उससे एक जवान के शहीद होने पर आज कहा कि भारत सरकार को पाकिस्तान के साथ सारे रिश्ते तोड लेने चाहिए. राउत ने कहा कि सिर्फ संसद में चर्चा करने से कुछ नहीं होने वाला है. राउत ने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान हमारे एक जवान को मारता है तो हमें इसके बदले उसके दस जवानों को मार गिराना चाहिए.
इस प्रकार के हमले से सीमा से सटे गांवों में रहने वाले ग्रामीणों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड रहा है. ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं. जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है. लोग दहशत में जी रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार हर समय उनके मन में एक डर बना रहता है, कि किस ओर से गोली आयेगी और उन्हें लग जायेगी.
पिछले एक साल में 200 से अधिक बार हुआ सीजफायर का उल्लंघन
पाकिस्तानी रेंजर्स की ओर से पिछले एक साल में 200 से अधिक बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया. इसमें भारत के 13 जवान शहीद हो गये और लगभग 41 जवान गंभीर रूप से घायल हो गये. इसके अलावे स्थानीय लोगां को भी जान मान का नुकसान उठाना पडा. पिछली यूपीए सरकार ने कई बार पाकिस्तान को चेताया, लेकिन पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन जारी रहा.
वहीं मोदी अपने चुनावी दौरों में लगातार पाकिस्तान पर हमला करते नजर आते थे. आज पूर्ण बहुमत की मोदी सरकार भी पाकिस्तान को उसके गुस्ताखियों की सजा नहीं दे पा रही है. अब जबकि जेटनी ने आक्रामक रूख अपना लिया है तब देखना यह है कि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन बंद होता है या नहीं.