चंद्रयान-2 की लॉन्चिंगः अब दो माह करना होगा इंतजार, तकनीकी कारणों से रोकना पड़ा प्रक्षेपण

श्रीहरिकोटाः अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए बेहद महत्वपूर्ण चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण में अब कम से कम दो महीने का वक्त लग सकता है. इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, रॉकेट में आई खामी का पता लगाकर उसे दूर करने के बाद उसे दोबारा प्रक्षेपण के लिए तैयार करने में वक्त लग जाएगा. बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2019 2:36 PM

श्रीहरिकोटाः अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए बेहद महत्वपूर्ण चंद्रयान-2 के प्रक्षेपण में अब कम से कम दो महीने का वक्त लग सकता है. इसरो के वैज्ञानिकों के मुताबिक, रॉकेट में आई खामी का पता लगाकर उसे दूर करने के बाद उसे दोबारा प्रक्षेपण के लिए तैयार करने में वक्त लग जाएगा. बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने तकनीकी कारणों से चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग को टाल दिया है.

इसरो रिववार को आधी रात के बाद रात 2 बजकर 51 मिनट पर श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश) से चंद्रयान-2 को लॉन्च करने वाला था. इसरो ने कहा है कि वह जल्द ही नयी तारीख़ का ऐलान करेगा. इसकी जानकारी उसने ट्वीट कर दी. इसरो ने ट्वीट में लिखा है कि यह फ़ैसला सावधनी बरतते हुए लिया गया है.

बताया जा रहा है कि जीएसएलवी-एमके 3 के क्रायोजेनिक इंजन की हीलियम बॉटल में लीक के कारण चंद्रयान-2 मिशन को रोकना पड़ा था. इसरो ने आधिकारिक तौर पर जीएसएलवी-एमकेआई 3 में आई तकनीकी खामी की पुष्टि की है. श्रीहरिकोटा में सोमवार तड़के देशभर के 5,000 लोग पहली बार रॉकेट लॉन्च को अपनी आंखों से देखने के लिए इकट्ठा हुए थे.

उन्होंने इस तरह की निराशा की उम्मीद तक नहीं की थी. मिशन कंट्रोल सेंटर की वीआईपी गैलरी में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी मौजूद थे. मिशन के रुकने से सभी के हाथ मायूसी लगी. चंद्रयान-2 की लांचिंग को कुछ समय के लिए भले ही टाल दिया गया है, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों ने इसरो की प्रशंसा करते हुए कहा है कि ‘कभी नहीं’ से बेहतर ‘कुछ समय का विलंब’ होता है.

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