नई दिल्ली : आज आधी रात के बाद चंद्र ग्रहण का नजारा दिखाई दिया। करीब 149 सालों के बाद ऐसा संयोग पड़ा जब गरु पूर्णिमा और चंद्रग्रहण साथ देखने को मिला. ये अद्भूत महासंयोंग 1870 के बाद अब होने आया. इस बार का चंद्रग्रहण का ग्रहण काल ऐसा था, जिसे संकट काल कहने से भी ज्योतिषी गुरेज नहीं कर रहे थे.
यह आंशिक ग्रहण सबसे स्पष्ट रूप से सुबह तीन बजे नजर आया,जब चंद्रमा का ज्यादातर हिस्सा ढक गया.यह आंशिक चंद्रग्रहण करीब तीन घंटे तक चलता रहा. इस दौरान पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आई. यह आंशिक चंद्र ग्रहण पूरे देश में देखा गया भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण 16 जुलाई की रात 1 बजकर 31 मिनट पर शुरू हो गया और 17 जुलाई की सुबह 4 बजकर 30 मिनट पर समाप्त हुआ.
इस ग्रहण को संपूर्ण भारतवर्ष के अलावा विदेशों में भी दिखा. भारत में अगला चंद्रग्रहण 26 मई, 2021 को लगेगा जब यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा.वैज्ञानिकों के मुताबिक, चंद्र ग्रहण पूरी तरह से सुरिक्षत होता है इसलिए आप इसे नंगी आंखों से भी देख सकते हैं. लेकिन फिर भी यदि आप दूरबीन की मदद से चंद्र ग्रहण देखेंगे तो आपको यह खगोलीय घटना बेहद स्पष्ट दिखाई देगी.