नयी दिल्ली : भारत-चीन सीमा पर स्थित नीति घाटी क्षेत्र के 17 गांवों सहित 496 सीमावर्ती गांव नये उपग्रह ‘इमसेट’ आधारित संचार सेवाओं से जुड़ेंगे. नीति घाटी के गावों में 13 मई से संचार सेवाएं ठप होने के कारण इन क्षेत्रों में तैनात सैन्यबलों और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में बताया कि सीमावर्ती इलाके ऊंचाई वाले स्थानों पर सुदूरवर्ती होने के कारण इनमें उपग्रह आधारित टेलीफोन सेवा मुहैया करायी जाती है.
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उन्होंने कहा कि इन इलाकों में एनएसएस-6 उपग्रह के जरिये संचार सेवाएं दी जा रही थी और इस उपग्रह की कार्य अवधि पहले ही पूर्ण होने के कारण 13 मई को उक्त इलाके में संचार सेवाएं बंद हो गयी थी. उन्होंने बताया कि एक उपग्रह से दूसरे उपग्रह से जुड़ने में लगभग एक साल का समय लगता है. प्रसाद ने इसे वाजिब चिंता बताते हुए कहा कि उन्होंने सीमावर्ती 496 गांव को, जिनमें नीति घाटी के 17 गांव भी शामिल हैं, नये उपग्रह ‘इमसेट’ से तत्काल जोड़ा जायेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार सीमावर्ती क्षेत्रों में उपग्रह आधारित संचार सेवाएं मंहगी (लगभग 25 रुपये प्रति कॉल) होने के बावजूद सब्सिडी के आधार पर सामान्य शुल्क (एक रुपये प्रति कॉल) के साथ संचार सेवाएं मुहैया करायी जा रही हैं.