आतंकी रच रहे आजादी के जश्न में खलल की साजिश
जम्मू:पाकिस्तान समर्थित और पोषित आतंकी संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस के जश्न में खलल डालने की साजिश रची है. सुरक्षा एजेंसियों को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक आतंकवादी देश के कई शहरों में बम धमाकों की योजना बना रहे हैं. आतंकियों के नेटवर्क से खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद […]
जम्मू:पाकिस्तान समर्थित और पोषित आतंकी संगठनों ने स्वतंत्रता दिवस के जश्न में खलल डालने की साजिश रची है. सुरक्षा एजेंसियों को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक आतंकवादी देश के कई शहरों में बम धमाकों की योजना बना रहे हैं. आतंकियों के नेटवर्क से खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ अभियान को और तेज कर दिया है. सुरक्षा एजेंसियों के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक बड़ी घुसपैठ कराने की सोची समझी साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है ताकि स्वतंत्रता दिवस के आयोजनों को निशाना बनाया जा सके.
आतंकी संगठनों ने ओढ़े नये चेहरे
लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद ने अब शोहादा बिग्रेड, अल नसरीन और फरजंद-ए-मिल्लत के नाम से नये चेहरे ओढ़ लिये हैं. अमेरिकी और भारतीय एजेंसियों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद को खतरनाक आतंकी संगठन घोषित किये जाने के बाद से इन संगठनों को नये नकाब पहना दिये गये हैं. इनमें ज्यादातर क्लीन शेव्ड युवक हैं और वे फर्राटे दार अंग्रेजी भी बोलते हैं. इससे भारतीय सीमा में घुस जाने के बाद उनकी शिनाख्त करना मुश्किल हो जाता है और आसानी से स्थानीय लोगों में घुलमिल भी जाते हैं. सेना के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इस वक्त आइबी और एलओसी के उस पार जैश-ए मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 400 प्रशिक्षित आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं. इन आतंकियों की उम्र 25 साल से कम है. इनमें फिदायीन दस्ते और महिला आतंकी भी शुमार हैं.
तालिबानी लड़ाके भी हमलों की फिराक में
तालिबानी लड़ाकों के भी घुसपैठियों शामिल होने की सूचना है. सीमा और एलओसी पर पाकिस्तानी सेना गोलाबारी कर आतंकियों को कवर फायर देने की कोशिश कर रही है ताकि घुसपैठ करायी जा सके. सैन्य सूत्रों के अनुसार घाटी और जम्मू संभाग में पहले से करीब 250 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें विदेशी और स्थानीय दोनों तरह के आतंकी हैं. रियासत में लश्कर ए तैयबा और जैश के अलावा हिजबुल मुजाहिदीन की चुनौती भी है. हिजबुल के आतंकी सिर्फ जम्मू कश्मीर ही नहीं बल्किनेपाल के रास्ते बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा में भी दाखिल होते हैं. ताजा इनपुट से केंद्रीय गृह मंत्रलय को अवगत करा दिया गया है.