नयी दिल्ली : उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश मार्कंडेय काटजू द्वारा भारत के तीन पूर्व प्रधान न्यायाधीशों के खिलाफ अनुचित आचरण का आरोप लगाए जाने को लेकर कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गयी है. यह याचिका अधिवक्ता एन राजारमन ने दायर की है.
काटजू के दावों की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग करते हुए शीर्ष अदालत में एक जनहित याचिका दायर की गई. काटजू ने आरोप लगाया था कि भ्रष्टाचार के आरोप के बावजूद मद्रास उच्च न्यायालय में एक न्यायाधीश की नियुक्ति की पुष्टि की गई.
उसमें काटजू के आरोपों की उच्चतम न्यायालय के एक वर्तमान न्यायाधीश से जांच कराने की मांग की गई है और विधि मंत्रालय तथा गृह मंत्रालय से इसमें सहायता करने को कहा गया है.
काटजू ने आरोप लगाया था कि तीन पूर्व प्रधान न्यायाधीशों न्यायमूर्ति आर सी लाहोटी, न्यायमूर्ति वाई के सब्बरवाल और न्यायमूर्ति के जी बालकृष्णन ने अनुचित समझौता किया और खुफिया ब्यूरो की प्रतिकूल टिप्पणी के बावजूद राजनैतिक दबाव के आगे झुकते हुए न्यायाधीश को पद पर बने रहने दिया. उस न्यायाधीश के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप थे.