नयी दिल्ली : राज्यसभा सदस्य डी राजा रविवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव नियुक्त किये गये. एस सुधाकर रेड्डी की जगह लेने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि ‘पश्चगामी’ ताकतों के खिलाफ पार्टी की लड़ाई जारी रहेगी.
उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फासीवादी शासन में संकटपूर्ण दौर से गुजर रहा है. वाम शक्तियां भले ही लोकसभा चुनाव में सीट हार गयी हों और संसद में घटकर छोटी ताकत रह गयी हों, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम देश में सिमट गये हैं या हमारा वैचारिक एवं राजनीतिक प्रभाव सिकुड़ गया है. उन्होंने कहा, हम इस देश के लोगों की उम्मीदे हैं. राजा को इसी हफ्ते के शुरू में भाकपा की राष्ट्रीय परिषद की तीन दिवसीय बैठक में सर्वसम्मति से रेड्डी का उत्तराधिकारी चुना गया. राष्ट्रीय परिषद पार्टी की सर्वोच्च निर्णय निकाय है. खराब स्वास्थ्य के चलते भाकपा महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले रेड्डी भी इस संवाददाता सम्मेलन में मौजूद थे.