आजम खान ने लोकसभा में स्पीकर की कुर्सी पर बैठी भाजपा की महिला सांसद रमा देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है. उनके इस बयान के बाद संसद में महिला सांसद एकजुट हो गयीं और एकसुर में आजम खान से माफी की मांग की है. 26 जुलाई को स्पीकर ओम बिरला ने यह कह भी दिया है कि आजम खान माफी मांगे अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. आजम खान के इस बयान पर आम महिलाओं का कहना है कि वे आदतन ऐसा करते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई बहुत जरूरी है, ताकि उन्हें सबक मिले. संसद भारतीय लोकतंत्र की सर्वोच्च संस्था है, बावजूद इसके यहां कई बार महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी है, गौर करने वाली बात तो यह है कि देश में ही नहीं बल्कि ब्रिटिश संसद में भी कई बार महिलाओं के खिलाफ अपशब्द बोला गया और उन्हें अपमानित किया, पेश हैं कुछ उदाहरण-
2. वर्ष 2012 में संसद में असम हिंसा पर चर्चा हो रही थी और गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे सदन में बोल रहे थे, जब उनके बयान के दौरान अरुण जेटली और जया बच्चन ने टोका तो शिंदे ने जया बच्चन से यह कह दिया था कि बैठ जाइए यहां गंभीर मसले पर चर्चा हो रही है कि किसी फिल्मी मुद्दे पर नहीं. शिंदे के इस बयान से जया बच्चन बहुत नाराज हो गयीं थीं और महिला सांसदों ने भी आपत्ति जतायी थी. बाद में शिंदे को भी माफी मांगनी पड़ी थी.
3. वहीं ब्रिटेन की संसद में एक बार लैला मोरन नाम की सांसद जब पहली बार प्रश्न पूछने के लिए खड़ी हुई थीं तो लिबरल डेमोक्रेट के सारे सांसद हंसने लगे थे. जिससे महिला सांसद असहज हो गयीं थीं और पूछ बैठी थी कि मैंने क्या गलत किया. इसपर अध्यक्ष को हस्तक्षेप करते हुए सांसदों को उन्हें सुनने और सम्मान देने के लिए ताकीद करना पड़ा था.
4. इतना ही नहीं ब्रिटिश संसद में विलियम हेग ने कैथी जैमीसन को "मूर्ख महिला" तक कह दिया था और पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए जाने गये हैं.