”मन की बात” में बोले PM मोदीः चंद्रयान-2 की तस्वीरों ने गौरव से भर दिया, खास ”क्विज कॉम्पटिशन” की घोषणा
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. अपने दूसरे कार्यकाल के दूसरे ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने जल संरक्षण, चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग और इसी से जुड़े एक क्विज कॉम्पिटिशन पर बात की. साथ ही प्रधानमंत्री ने मॉस्को में वर्ल्ड चिल्ड्रेन्स विनर्स गेम्स का […]
नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. अपने दूसरे कार्यकाल के दूसरे ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने जल संरक्षण, चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग और इसी से जुड़े एक क्विज कॉम्पिटिशन पर बात की. साथ ही प्रधानमंत्री ने मॉस्को में वर्ल्ड चिल्ड्रेन्स विनर्स गेम्स का भी जिक्र किया. जल संरक्षण की बात करते हुए उन्होंने आरा और केरम गांव की मिसाल पेश की. आइए, जानते हैं पीएम मोदी ने जनता को अपने संबोधन में क्या कहा..
PM Modi: #Chandrayaan2 is Indian to the core. It is purely Indian in heart & spirit. It is a totally swadeshi and home grown mission. We are now eagerly waiting for September, when Lander Vikram & Rover Pragyan will land on lunar surface https://t.co/Z4IkAtvwgF
— ANI (@ANI) July 28, 2019
– मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार. मन की बात हमेशा की तरह, मेरी तरफ से भी और आपकी तरफ से भी एक प्रतीक्षा रहती है. आप ही की बातों को, इस ‘मन की बात’ के धागे में पिरोकर के फिर से एक बार आपको बांटना चाहता हूं.
– पिछली बार मैंने प्रेमचंद की कहानियों की एक पुस्तक के बारे में चर्चा की थी और हमने तय किया था कि जो भी बुक पढ़ें, उसके बारे में नरेंद्र मोदी ऐप के माध्यम से सबके साथ शेयर करें. बड़ी संख्या में लोगों ने अनेक प्रकार के पुस्तकों की जानकारी साझा की हैं. क्यों ना हम नरेंद्र मोदी ऐप पर एक परमानेंट बुक्स कॉर्नर बना दें और जब भी नई किताब पढ़ें, उसके बारे में वहां लिखें, चर्चा करें. आप हमारे इस बुक्स कॉर्नर के लिए, कोई अच्छा-सा नाम भी सजेस्ट कर सकते हैं.
– सरकार हो, एनजीओ हो, जलसंरक्षण के लिए युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं. सामूहिकता का सामर्थ्य देखकर, मन को बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत संतोष हो रहा है. इसका शानदार उदाहरण है झारखंड का आरा केरम गांव.
– मेघालय देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने अपनी जल-नीति तैयार की है, राज्य सरकार को बधाई. हरियाणा में, उन फसलों की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिनमें कम पानी की जरुरत होती है और किसान का भी कोई नुकसान नहीं होता है. त्योहारों के अवसर पर कई मेले लगते हैं. जल संरक्षण के लिए इन मेलों का भी उपयोग करें.
हमारे वैज्ञानिकों ने मार्च में ए-सैट लॉन्च किया था और उसके बाद चंद्रयान-2. कहा कि चंद्रयान-2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि जब बात नए-नए क्षेत्र में कुछ नया कर गुजरने की हो, तो हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं.मुझे पूरा विश्वास है कि आपको आसमान के भी पार, अंतरिक्ष में, भारत की सफलता के बारे में, जरुर गर्व हुआ होगा. चंद्रयान-2 मिशन ने एक बार फिर यह साबित किया है कि हमारे वैज्ञानिक सर्वश्रेष्ठ हैं, विश्व-स्तरीय हैं.
Inviting students to take part in a unique quiz competition and get an opportunity to visit Sriharikota. #MannKiBaat pic.twitter.com/UNWtfJHaav
— PMO India (@PMOIndia) July 28, 2019
– ‘मन की बात’ के माध्यम से, मैं देश के विद्यार्थी दोस्तों के साथ, युवा साथियों के साथ एक बहुत ही दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी साझा करना चाहता हूँ और देश के युवक-युवतियों को निमंत्रित करता हूं. मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से, विशेष आग्रह करता हूं कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए भरसक मेहनत करें.
इनाम के रूप में सर्वाधिक स्कोर करने वाले बच्चों को 7 सितंबर को श्रीहरिकोटा में चंद्रयान 2 की लैडिंग के क्षण का साक्षी बनने का मौका मिलेगा. इसके लिए, आपको क्विज कॉम्पटिशन में हिस्सा लेना होगा, सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे, आपको विजयी होना होगा.
– जम्मू-कश्मीर में ‘बैक टु विलेज’ कार्यक्रम के तहत पहली बार बड़े-बड़े अधिकारी सीधे गांवों तक पहुंचे और लोगों से बात की. राज्य की सभी पंचायतों में गांववालों को अधिकारियों ने सरकारी योजनाओं को जानकारी दी. अधिकारियों ने दो दिन और एक रात गांव में बिताए.
– अति संवेदनशील और दुर्गम इलाकों तक अधिकारी पहुंचे और लोगों के साथ रूके. इससे यह साबित होता है कि कश्मीर के हमारे भाई-बहन गुड गवर्नेंस चाहते हैं. इससे यह भी साबित होता है कि विकास की शक्ति बम-बंदूक की शक्ति पर भारी पड़ती है. विकास के राह में नफरत फैलाने वाले कभी अपने नापाक इरादे में सफल नहीं होंगे.