कर्नाटक विधानसभा: बहुमत परीक्षण में पास हुई येदियुरप्पा सरकार, स्पीकर के आर रमेश ने अपने पद से इस्तीफा दिया
लंबे सियासी घमासान के बाद अंततः कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन हुआ. कांग्रेस-जेडी(एस) की गठबंधन सरकार गिरने के बाद सत्ता में आई येदियुरप्पा सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया. ध्वनिमत से उन्होंने इस विश्वास मत को जीत लिया.इस दौरान विपक्ष ने मत विभाजन की भी मांग नहीं की. येदियुरप्पा के विश्वासमत जीतने के […]
लंबे सियासी घमासान के बाद अंततः कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन हुआ. कांग्रेस-जेडी(एस) की गठबंधन सरकार गिरने के बाद सत्ता में आई येदियुरप्पा सरकार ने सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लिया. ध्वनिमत से उन्होंने इस विश्वास मत को जीत लिया.इस दौरान विपक्ष ने मत विभाजन की भी मांग नहीं की. येदियुरप्पा के विश्वासमत जीतने के तुरंत बाद स्पीकर के आर रमेश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. सरकार के बहुमत परीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि वो हर मिनट राज्य के विकास के लिए काम करेंगे.
कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा सरकार की फ्लोर टेस्ट की मुश्किल पार हो गई है. विपक्ष ने मत विभाजन की मांग नहीं की और येदियुरप्पा सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो गई. इसी के साथ सरकार अपने आगे के कामकाज में जुट गई है.
Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa wins trust vote through voice vote. pic.twitter.com/DvzzMmYCqa
— ANI (@ANI) July 29, 2019
पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा- ‘मैंने 14 महीने तक सरकार चलाई है. मैं आपके सवालों के जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हूं. मुझे अपनी अंतरात्मा को जवाब देना है. पिछले 14 महीने से हर चीज का रेकॉर्ड है. लोग जानते हैं कि मैंने क्या किया है’
HD Kumaraswamy, JD(S) in Vidhana Soudha: I ran govt for 14 months. I have no obligation to answer your (BS Yediyurappa) questions. I need to answer to my conscience. From past 14 months, everything was being recorded. People know what work I have done. #Karnataka pic.twitter.com/jeTOb9xuqR
— ANI (@ANI) July 29, 2019
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने कहा कि मैं किसी के खिलाफ बदले की राजनीति के साथ काम नहीं करता हूं इसलिए अब भी नहीं करूंगा. हमारी सरकार किसानों के लिए काम करना चाहती है, इसलिए मैं सभी से अपील करता हूं कि सरकार के विश्वास मत प्रस्ताव का समर्थन करें.
Siddaramaiah: We hope you (BS Yediyurappa) will be chief minister but there is no guarantee of that. You are with the rebels, can you give a stable government? It's impossible! I oppose this confidence motion because the reason is this government is unconstitutional and immoral. https://t.co/eaRQb550n7
— ANI (@ANI) July 29, 2019
विधानसभा में कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि येदियुरप्पा कभी भी जनता के आशीर्वाद के साथ सीएम नहीं बने. ना आपके पास 2008 में बहुमत था, ना 2018 में और ना ही अब. जब उन्होंने शपथ ली तो सदन में 222 विधायक थे, लेकिन बीजेपी के पास 112 विधायक कहां हैं. उन्होंने कहा कि आप मुख्यमंत्री तो रहेंगे, लेकिन उसकी भी कोई गारंटी नहीं है. आप बागियों के साथ हैं, लेकिन क्या आप सरकार चला सकते हैं. मैं आपके विश्वास मत के प्रस्ताव का विरोध करता हूं.
Siddaramaiah: We hope you (BS Yediyurappa) will be chief minister but there is no guarantee of that. You are with the rebels, can you give a stable government? It's impossible! I oppose this confidence motion because the reason is this government is unconstitutional and immoral. https://t.co/eaRQb550n7
— ANI (@ANI) July 29, 2019
बेंगलुरूःकर्नाटक में पिछले कई दिनों से जारी सियासी संग्राम सोमवार को थम सकता है. मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके बीएस. येदियुरप्पा का आज कर्नाटक विधानसभा में शक्ति परीक्षण होने वाला है. कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सोमवार को सदन में सरकार का बहुमत साबित करेंगे. बीजेपी का दावा है कि उनके पास 105 विधायकों का समर्थन है तो वहीं विपक्ष इस सरकार के गठन को भ्रष्ट बता रहा है.
शक्ति परीक्षण को लेकर भाजपा किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती हौ. इसलिए रविवार को बीजेपी के सभी विधायकों को बेंगलुरु के एक होटल में ठहराया गया. होटल में बीजेपी विधायक दल की बैठक भी आयोजित की गई जिसमें येदियुरप्पा समेत अनेक पार्टी नेता मौजूद रहे. बता दें कि रविवार को ही कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर रमेश कुमार ने सभी बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया है.
ऐसे में नंबरगेम में बागियों का रोल नहीं बचा है. वहीं स्पीकर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने का फैसला कर चुके बागी विधायक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. अयोग्य करार दिए गए कुछ बागी विधायकों ने कहा कि वे अपनी पार्टी और बीजेपी दोनों से ही ठगे गए. बीजेपी ने उन्हें कैबिनेट में मंत्री पद देने का सपना दिखाया था लेकिन उनके साथ सबसे बड़ा खेल स्पीकर ने किया और उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया.
कहा कि कर्नाटक के सियासी ड्रामे में उनका भरपूर इस्तेमाल हुआ. चर्चा है कि कुछ बागी कांग्रेस विधायक अगले हफ्ते एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कांग्रेस और बीजेपी की धोखाधड़ी का खुलासा करने की योजना बना रहे हैं. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके इस्तीफे से लेकर 20 दिनों के होटल-रिजॉर्ट में ठहरने तक की पूरी कहानी बताने की संभावना है.