मुंबई : अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी शिवसेना का बचाव करते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि नयी दिल्ली के महाराष्ट्र सदन में शिवसेना सांसदों ने जो किया, वह जानबूझकर किया गया प्रतीत नहीं होता.
महाराष्ट्र सदन में पिछले सप्ताह एक रोजेदार को शिवसेना सांसदों द्वारा कथित तौर पर जबरदस्ती रोटी खिलाने की कोशिश के मामले ने दो दिन पहले मीडिया में आने के बाद तूल पकड लिया और संसद के दोनों सदनों में भी इसकी गूंज हुई.
राज ने यहां संवाददाताओं से कहा मुझे नहीं लगता कि जिस शिवसेना सांसद ने यह किया, उसे महाराष्ट्र सदन के कर्मचारी के धर्म की जानकारी थी. वह तो निम्न स्तरीय भोजन को लेकर नाराज थे और अपनी नाराजगी जाहिर करना चाहते थे. उन्होंने माफी भी मांग ली है. अब हमें इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए. बहरहाल, राज ने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की हैरत है कि जब आम आदमी के मुद्दों के हल की बात हो तो शिवसेना के सांसद इतने उत्तेजित क्यों नहीं होते.