नयी दिल्ली:जम्मू-कश्मीर में इस साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सीमापार से घुसपैठ के प्रयास बढ़ने की आशंका है. पिछले कुछ समय में (जम्मू-कश्मीर में) घुसपैठ के ढेरों प्रयास विफल किये गये हैं, लेकिन अब राज्य में इस साल चुनाव होने हैं, तो घुसपैठ के प्रयास बढ़ सकते हैं. उक्त बातें एनएसजी प्रमुख जे एन चौधरी ने यहां एक सुरक्षा सम्मेलन में कही.
उन्होंने चेतावनी दी कि भारत को किसी बड़े आतंकवादी हमले की चुनौती के लिए तैयार रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिन आतंकवादी ताकतों ने 2001 में संसद पर हमला किया, वे भविष्य में ऐसा करेंगे, ऐसी आशंका है. मकसद बिल्कुल साफ जान पड़ता है. वे हमारे आत्मविश्वास पर चोट करना चाहते हैं, वे दुनिया को स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि भारत एक निवेश स्थल नहीं है, जैसा कि हर कोई सोच रहा है.
खतरा बिल्कुल यथार्थ
एनएसजी प्रमुख ने फिक्की के एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान से अपनी गतिविधियां संचालित करने वाले लश्कर-ए-तैयबा, हरकत-उल-मुजाहिद्दीन, या इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे आतंकवादी संगठनों का खतरा बिल्कुल यथार्थ है. सुरक्षाबल पिछले कुछ सालों में काफी सफल रहे थे, क्योंकि उन्होंने कई आतंकवादी एजेंटों को पकड़ा, लेकिन अब ऐसी घटनाएं बार-बार नहीं होंगी, अब वे ब्लैक स्वैन (अप्रत्याशितद्ध किस्म की होंगी, जो कभी कभी होंगी, लेकिन उसका देश पर गहरा असर होगा.