जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने और राज्य के पुनर्गठन को लेकर कांग्रेस पार्टी के अंदर मतभेद बढ़ता जा रहा है. पार्टी नेतृत्व ने सरकार के फैसले का विरोध किया, लेकिन कई बड़े नेताओं ने सरकार के फैसलेकेप्रति अपना समर्थन जताया है.
इसी बीच राहुल गांधी के नजदीकी माने जानेवाले और पार्टी के पूर्व महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी भारतीय संघ में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पूर्ण विलय के केंद्र सरकार के फैसले को देशहित में बताते हुए समर्थन किया है.
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जिस समय लोकसभा में कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 का विरोध कर रही थी, उसी समय पूर्व सांसद सिंधिया ने ट्वीट किया, मैं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के भारतीय संघ में पूर्ण विलय के कदम का समर्थन करता हूं.
अच्छा होता अगर संवैधानिक प्रक्रिया को पूरा किया गया होता, तब कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता था. लेकिन यह फैसला देश हित में है और मैं इसका समर्थन करता हूं.
बताते चलें कि इससे पहले महाराष्ट्र के मिलिंद देवड़ा, हरियाणा के दीपेंद्र हुड्डा से लेकरवरिष्ठ कांग्रेसी नेता जनार्दन द्विवेदी तक कई नेताओं ने अनुच्छेद 370 को हटाने का समर्थन किया है. वहीं, असम से पार्टी के राज्यसभा सांसद भुबनेश्वर कलिता ने पार्टी के रुख से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया है.
मालूम हो कि अनुच्छेद 370 हटाये जाने का कांग्रेस नेतृत्व ने विरोध किया है. पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर को एकतरफा फैसले के चलते टुकड़ों में बांटा गया है, यह संविधान का उल्लंघन है. इस बीच पार्टी में ऐसे नेताओं कीसूची लंबी होती जा रही है, जो सरकार के फैसले का समर्थन कर रहे हैं.