देहरादून:लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड में कांग्रेस को 5-0 से क्लीन स्वीप कर केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद माना जा रहा था कि तीन सीटों के उपचुनाव में कांग्रेस को कड़ी टक्कर मिलेगी. लेकिन कांग्रेस ने तीनों सीट पर भारी अंतर से जीत दर्ज कर मोदी लहर की हवा निकाल दी है.
मुख्यमंत्री हरीश रावत धारचूला सीट पर आसानी से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. रावत ने भाजपा के बीडी जोशी को करीब 20 हजार से वोटों से हराया. इसके अलावा डोईवाला से हीरा सिंह बिष्ट और सोमश्वर से रेखा आर्या ने जीत दर्ज कर कांग्रेस को 3-0 से जीत दिलायी है. इस जीत से उत्तराखंड में कांग्रेस ने अपनी सरकार को और मजबूत कर लिया है.
नयी राजनीतिक जमीन तैयार
तीन विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने उत्तराखंड में नयी राजनीतिक जमीन तैयार कर दी है. इस जीत के साथ ही 70 विधायकों की विधानसभा में कांग्रेस के अब 35 विधायक हो गये हैं. बहुमत के लिए कांग्रेस को 36 विधायक चाहिए, जो एक मनोनीत सदस्य इसकी पूर्ति कर रहा है. इस तरह उत्तराखंड में अब कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है. हालांकि, कांग्रेस के सहयोगी सात विधायक सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे हैं.
लोस चुनाव के बाद पहला चुनाव
लोकसभा चुनाव के करीब ढाई महीने बाद किसी राज्य में चुनाव हुए हैं. इन नतीजों की समीक्षा न सिर्फ प्रदेश में हो रही है, बल्कि कांग्रेस-भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व भी नजर गड़ाये थे. इन नतीजों से पहले तीन में दो सीटें डोईवाला और सोमेश्वर भाजपा और धारचूला कांग्रेस के पास थी.
मजबूत हुए हरीश रावत
इस जीत से साफ है कि न सिर्फ प्रदेश में बल्कि देश में कांग्रेस इसे मोदी मोदी खिलाफ जनता की नाराजगी के तौर पर पेश करेगी. नतीजे कांग्रेस के पक्ष में होने का सीधा फायदा मुख्यमंत्री हरीश रावत को मिला है. इससे हरीश रावत का राजनीतिक कद भी बढ़ा है. कांग्रेस कतई नहीं चाहेगी कि पर्याप्त संख्या बल होने के बाद भी वह सहयोगियों को उतना ही महत्व दे.