#SushmaSwaraj: जानिए उन घटनाओं के बारे में जब महज एक ट्वीट पर मदद को आगे आईं सुषमा स्वराज
नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की कद्दावार नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात कार्डियक अरेस्ट की वजह से दिल्ली के भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान में निधन हो गया. सुषमा स्वराज लंबे समय से अस्वस्थ थीं. सुषमा स्वराज को लोग अलग-अलग तरीके से याद कर रहे हैं. सुषमा स्वराज को ऐसे विदेश […]
नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी की कद्दावार नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात कार्डियक अरेस्ट की वजह से दिल्ली के भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान में निधन हो गया. सुषमा स्वराज लंबे समय से अस्वस्थ थीं. सुषमा स्वराज को लोग अलग-अलग तरीके से याद कर रहे हैं. सुषमा स्वराज को ऐसे विदेश मंत्री के तौर पर याद किया जाएगा जिन्होंने अपने कार्यकाल में लोगों की व्यक्तिगत स्तर पर मदद की. कई ऐसे मामले हैं जिनमें सुषमा स्वराज ने मदद मांगने पर स्वत संज्ञान लिया और लोगों को मदद पहुंचाई. आईए नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ मामलों पर…
हाफिज मुहम्मद की कराई थी वतन वापसी
हैदराबाद के रहने वाले हाफिज मुहम्मद वहीं के एक मदरसे में कुरान के शिक्षक के तौर पर काम करते थे. एक एजेंट ने उनसे कहा कि वो सऊदी अरब के एक मदरसे में उन्हें इससे अच्छा काम दिला देगा. हाफिज को लगा कि आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार आएगा सो उन्हों हामी भर दी. लेकिन जब वो सऊदी पहुंचे तो उन्हें सफाई के काम में लगा दिया गया. उन्हें सुबह से लेकर रात तक काफी काम करना पड़ता था. उन्हें वहां प्रताड़ित भी किया जाने लगा. एकदिन उन्होंने सारी बात अपनी पत्नी को बताई.
उनकी पत्नी ने सुषमा स्वराज से सहायता मांगी. सुषमा स्वराज ने तत्काल सऊदी अरब स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क साधा और तुरंत हाफिज की सहायता करने को कहा. इस दौरान वो लगातार इस पर नजर रखती रहीं. उनके प्रयासों से ही आखिरकार हाफिज मुहम्मद अपने वतन वापस लौट पाए.
एयरपोर्ट पर फंसे भारतीय परिवार की सहायता
एक भारतीय परिवार मलेशिया घूमने के लिए गया था. वो रविवार का दिन था जब वे लोग वापस भारत आने वाले थे लेकिन उनका पासपोर्ट गुम हो गया. परिवार की एक सदस्य मीरा रमेश पटेल ने तात्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर कहा कि उनका परिवार एयरपोर्ट पर फंस गया है, उन्हें मदद की जरूरत है. सुषमा स्वराज ने मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों को टैग करते हुए लिखा कि हमारे नागरिक वहां फंसे हैं. आज रविवार है लेकिन उन्हें मदद की जरूरत है. आप दूतावास खोलें और परिवार की हरसंभव सहायता करें. बाद में दूतावास ने सुषमा से ट्वीट किया कि हमने परिवार से संपर्क कर लिया है और उनकी मदद कर रहे हैं.
अमेरिका में भारतीय छात्रा को पहुंचाई मदद
अमेरिका में एक भारतीय छात्रा का वीजा खत्म हो गया. वो शैक्षणिक वीजा पर अमेरिका में थीं. उन्होंने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर लिखा कि मेरे वीजा की अवधि समाप्त हो गयी है. अधिकारी कह रहे हैं कि मुझे हिन्दुस्तान जाकर अपना वीजा रिन्यु करवाना होगा लेकिन मेरी परीक्षाएं चल रही हैं. इसपर सुषमा स्वराज ने तुरंत संज्ञान लिया और उस भारतीय छात्रा को तत्काल सहायता पहुंचाई.
सुषमा स्वराज के प्रयास से वापस आया हामिद
भारतीय युवक और पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हामिद अंसारी को पाकिस्तान की एक युवती से प्यार हो गया. दोनों की दोस्ती फेसबुक पर हुई और फिर फोन पर भी. एकदिन पाकिस्तान की उस युवती ने कहा कि वो संकट में है और उसे मदद चाहिए. हामिद अंसारी चल पड़े. उन्होंने पाकिस्तान के ही कुछ युवकों की सहायता ली और अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे. उसी समय सीमा पर तैनात पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने उन्हें हिरासत में ले लिया. उन पर जासूसी का आरोप मढ़कर जेल में बंद कर दिया गया. चूंकि उनके पाकिस्तान जाने की सूचना किसी के पास नहीं थी इसलिए परिवार भी किसी से सहायता नहीं मांग पा रहा था.
हालांकि किसी नेकदिल पाकिस्तानी की मदद से हामिद अपने परिवार से संपर्क साध पाने में कामयाब हुए. परिवार ने सुषमा स्वराज से मदद मांगी. सुषमा स्वराज ने भी उन्हें निराश नहीं किया और सीमा से परे जाकर उनकी सहायता की. आखिरकार उनकी मदद से हामिद छह साल बाद दोबारा अपने वतन की माटी को चूम पाए. सुषमा स्वराज के निधन पर हामिद अंसारी ने कहा कि मेरे मन में उनके लिए गहरा सम्मान है. वो मेरे दिल में हमेशा जिंदा रहेंगी. हामिद ने सुषमा को याद करते हुए उन्हें मां तुल्य बताया. उन्होंने कहा कि जब मैं पाकिस्तान से लौटा तो उन्होंन मुझे जिंदगी में आगे बढ़ने को कहा. हामिद ने कहा कि ये उनके लिए बहुत बड़ी क्षति है.
Hamid Ansari: I have deep respect for her&she'll always stay alive in my heart. She was like a mother to me. After my return from Pakistan,she guided me to look ahead. It's a big loss for me. (Pic 2-File pic of Ansari meeting Sushma Swaraj on 19thDec'18 after his return from Pak) pic.twitter.com/kY3Jk68stR
— ANI (@ANI) August 7, 2019
भारतीय बेटी उजमा को देश वापस ले लाईं
भारतीय महिला उजमा पाकिस्तान में किसी शादी में शामिल होने गई थी. वो बताती हैं कि सऊदी में रहने वाले किसी पाकिस्तानी नागरिक से उनकी दोस्ती थी. जब वो शादी में शामिल होने गईं थीं तो उनके उसी दोस्त ने बंदूक की नोंक पर उनसे जबरन निकाह कर लिया और बंधक बनाकर उनके साथ दुष्कर्म करता रहा. इधर भारत में उनके पहले विवाह से उनकी एक बेटी थी जो थेलेसीमिया से पीड़ित थी. उजमा को जब कुछ उपाय नहीं सूझा तो उन्होंने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क साधा.
सुषमा स्वराज के संज्ञान में ये मामला आया और वो जुट गईं भारत की इस बेटी को वापस लाने की कवायद में. उन्होंने लगातार प्रयासों से उजमा को हिन्दुस्तान वापस ला पाने में कामयाबी हासिल की. सुषमा स्वराज ने उजमा को आर्थिक आत्मनिर्भर बनाने में भी उनकी सहायता की और एक ब्यूटी पार्लर खोलने में उजमा की मदद की.
कुलभूषण जाधव को मिलवाया परिवार से
कुलभूषण जाधव का मामला आजकल सबसे ज्यादा सुर्खियों में है. भारतीय नौसेना में काम करने वाले कुलभूषण जाधव सेवानिवृत्त होने के बाद खाड़ी देश में कारोबार कर रहे थे. एक दिन बलूचिस्तान की सीमा पर उनको कैद कर लिया गया. पाकिस्तान की सेना ने उन पर भारत के लिए जासूसी करने का आरोप लगाकर फांसी की सजा सुना दी. तात्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले का संज्ञान लिया और पाकिस्तान के कदम की कड़ी आलोचना की. सबसे पहले तो उन्होंने सुनिश्चित किया कि कुलभूषण अपने परिवार से मिल पाएं.
Kulbhushan Jadhav’s family came to see me today. I wish them all the best. pic.twitter.com/CaXYaDXAUH
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 25, 2019
उनकी पहल पर ही कुलभूषण जाधव अपनी मां और पत्नी से मुलाकात कर पाए. अभी हाल ही में जब अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने कुलभूषण की फांसी की सजा पर रोकर लगाकर उन्हें काउंसलर एक्सिस मुहैया कराने को कहा तो सुषमा स्वराज ने उनके परिवार से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं.
मूक-बधिर युवती गीता को स्वदेश लाईं
एक मूक बधिर बच्ची गीता भटक कर पाकिस्तान पहुंच गयी. काफी साल तक किसी को पता नहीं चला कि वो आखिर कहां गयी. काफी साल बाद जब सुषमा स्वराज विदेश मंत्री बनीं तब पाकिस्तान में इसके होने का पता चला. आखिरकार सुषमा के प्रयास से गीता वापस हिन्दुस्तान वापस आ पायी. उनके माता-पिता का पता नहीं चल पा रहा था. सुषमा स्वराज ने उसके माता-पिता का पता लगाने के लिए इनाम का बी एलान किया. उसे आश्रम में रखवाया और उसकी देख-रेख व्यक्तिगत तौर पर की.
रवि तेजा को डांटा फिर मदद भी पहुंचाई
कुछ साल पहले अमेरिका में कार्यरत भारतीय नागरिक डी रवि तेजा ने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर कहा कि उनकी शादी को केवल दो महीने रह गए हैं और ऐन वक्त पर उनका पासपोर्ट गुम हो गया है. कृपया मदद कीजिए. सुषमा स्वराज ने पहले तो उन्हें हल्की डांट पिलाई और कहा कि डी रवि तेजा आपने बहुत गलत वक्त में अपना पासपोर्ट खो दिया है. हालांकि उन्होंने शख्स की सहायता भी की.
भीख मांगते रूसी नागरिक की सहायता
पिछले साल एक रूसी युवक भारत घूमने आया. इसका नाम इवनगेलीन था. कांचीवरम में युवक के एटीएम का पिन लॉक हो गया जिसकी वजह से वो पैसे नहीं निकाल पा रहा था. मजबूरी में युवक कांचीपुरम में मंदिर के बाहर भीख मांगने लगा. तात्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को जैसे ही इसकी जानकारी मिली उन्होंने ट्वीट किया कि आपका देश रुस हमारा मित्र है. चेन्नई में हमारे अधिकारी आपकी हरसंभव मदद करेंगे.
इतालवी नागरिक को इलाज में मदद की
इसी प्रकार एक इतालवी नागरिक यमुना एक्सप्रेस वे पर कार हादसे में घायल हो गए. किसी ने ट्वीट कर कहा कि इटली के नागरिक सड़क हादसे में घायल हो गए हैं और अकेले हैं. सुषमा ने इसका जवाब देते हुए कहा कि वे अकेले नहीं हैं. भारत सरकार उनके साथ है. वे कैलाश अस्पताल में भर्ती हैं और बढ़िया डॉक्टरों की एक टीम उनकी सहायता कर रही है.