नयी दिल्ली : जम्मू-कश्मीर पर देश की संसद द्वारा लिये गये फैसले से बौखलाये पाकिस्तान से भारत ने दो टूक कहा कि वह हकीकत को स्वीकार करे. अच्छे पड़ोसी की तरह व्यवहार करे. भारत के आंतरिक मामलों में दखल देना बंद करे. कश्मीर मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र में जाने की पड़ोसी की धमकी पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीओके भी हमारा है.आंतरिक मामले को यूएन में उठाने का पाकिस्तान के पास कोई आधार ही नहीं है. अनुच्छेद- 370 से जुड़ा हाल का संपूर्ण घटनाक्रम पूरी तरह से भारत का अपना मामला है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को अपनी साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान की हरकतों पर सवाल भी उठाये. उन्होंने कहा कि दुनिया को हमने अपनी स्थिति बता दी है कि जम्मू-कश्मीर पर जो भी फैसला लिया है, वह भारतीय संविधान के तहत लिया है. ऐसे में चिंताजनक तस्वीर पेश करने से पाक को निराशा के सिवाय और कुछ हासिल नहीं होगा.
इधर, यूएन प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने कश्मीर में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता से इंकार किया है. भारत-पाकिस्तान को 1972 में हुए शिमला समझौते की याद भी दिलायी. जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान ने गुतारेस से उचित भूमिका निभाने के लिए कहा था, जिसके बाद उनका यह बयान आया है.
जम्मू-कश्मीर पर चर्चा के दौरान आपस में भिड़े पाक सांसद, एक दूसरे को दीं गालियां, वीडियो वायरल
पाकिस्तानी संसद (कॉमी असेंबली) में जम्मू कश्मीर को लेकर चल रही चर्चा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद आपस में भिड़ गये. मामला इतना बढ़ गया कि दोनों सांसदों ने एक दूसरे को अपशब्द भी कह दिया. इस दौरान पाकिस्तानी सांसद मुशाहिदुल्लाह खान ने साइंस मिनिस्टर फवाद चौधरी की तुलना अपने पालतू कुत्ते से कर दी. इतना सुनते ही फवाद चौधरी बरस पड़े और जमकर खरी खोटी सुनायी.
दोनों के बीच बहस में मुशाहिदुल्लाह खान ने मंत्री को दो टके का आदमी भी कहा. जब साइंस मंत्री चिल्लाने लगे तो सासंद ने तेज आवाज में शट अप कहा. इस दौरान उन्होंने मंत्री को बदतमीज और बेगैरत आदमी भी कह डाला. दोनों के बीच नोकझोंक का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. ट्विटर पर मौजूद लोग इस वीडियो पर जमकर चुटकी लेते दिखाई दे रहे हैं.
पाक विदेश मंत्री पहुंचे चीन, वहां भी मिली बातचीत करने की सलाह
बीजिंग. अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने के बाद पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन का समर्थन हासिल करने के लिए शुक्रवार को बीजिंग पहुंचे. वहीं, चीन ने भारत व पाक से संवाद और बातचीत के रास्ते विवादों को सुलझाने की सलाह दी. चीन ने कहा कि दोनों देश संयुक्त रूप से क्षेत्रीय शांति व स्थिरता कायम करें. हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है कि संबंधित पक्ष को एकतरफा तरीके से यथास्थिति में बदलाव करना रोकना चाहिए.
भारत युद्ध जैसी स्थिति तैयार कर रहा है : पाक पीएम इमरान खान
पाक प्रधानमंत्री इमरान ने भारत पर पुलवामा आतंकी हमले के बाद की तरह ही युद्ध के हालात बनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारत कश्मीर मुद्दे से दुनिया का ध्यान हटाने के लिए ऐसा कर रहा है. खान ने दावा किया कि भारत पुलवामा की घटना के बाद जैसे हालात बनाने की कोशिश कर सकता है ताकि वह घाटी में हो रहे घटनाक्रम से दुनिया का ध्यान भटका सके. एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने खान को यह कहते हुए उद्धत किया कि खतरा वास्तविक है.
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन कानून को मिली राष्ट्रपति की मंजूरी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को उस कानून को मंजूरी दे दी जिससे जम्मू-कश्मीर दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित हो जायेगा. एक अधिसूचना में कहा गया कि जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 (2019 के 34) की धारा 2 के खंड (ए) द्वारा प्रदत्त शक्तियों के अनुरूप, केंद्र ने इसके लिए अक्तूबर, 2019 के 31वें दिन को निर्धारित किया है, जो इस अधिनियम के उद्देश्यों के लिए निर्धारित दिन है.
- गृह मंत्रालय को सुरक्षा एजेंसियों ने भेजी रिपोर्ट
- पाक एलओसी पर बना रहा सुरंग आतंकियों को दिये हेवी मशीन गन
जम्मू-कश्मीर पर मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद अब पाक पीओके में अपनी ताकत बढ़ा रहा है. इस सिलसिले में गृह मंत्रालय को सुरक्षा एजेंसियों ने रिपोर्ट भेजी है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की मदद से पाक पीओके के मानसेहरा में सामरिक सुरंग बनाने में जुटा है.
इसके साथ ही एलओसी के नजदीक पाक प्रेशर सेंसर का इस्तेमाल कर रहा है. इसे उसने अमेरिका से खरीदा था. आतंकियों को पाक सेना 12.7एमएम की हैवी मशीन गन भी दे रही है. इसके लिए खतरनाक स्टील बुलेट को चीन से गुपचुप तरीके से मंगाया है. वहीं भारत की नजर पाकिस्तान की ओर से होने वाली हर गतिविधि पर है. थल सेना व वायुसेना हाई अलर्ट पर हैं.
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद नौसेना हाई अलर्ट पर
भारतीय नौसेना ने तत्काल किसी भी अभियान में तैनाती के लिए अपने युद्ध पोतों को हाई अलर्ट पर रखा है. अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने वाले और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटने वाले सरकार के फैसले के बाद पैदा हुई स्थिति को देखते हुए भारतीय नौसेना ने यह कदम उठाया है.