वायनाड/बेंगलुरु/कोल्हापुर : केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र के विभिन्न हिस्सों में बारिश व बाढ़केकारणलोगों की मुश्किलें बढ़ने लगीहै. इनतीनोंराज्योंमेंबाढ़वबारिश से अबतक 93 लोगों के मौत की सूचना मिल रही है. केरल में मूसलाधार बारिश का कहर अब भी जारी है और बाढ़, भूस्खलन तथा बारिश संबंधी घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 हो गयी है. वहीं, एक लाख से अधिक लोगों ने राहत शिविरों में पनाह ली है.
Army personnel continue rescue operations in flood hit Wayanad. #KeralaFloods pic.twitter.com/apvTyKAoxN
— ANI (@ANI) August 10, 2019
अधिकारियों ने सुबह सात बजे मिली रिपोर्ट के हवाले से बताया कि आठ अगस्त से अभी तक बारिश संबंधी घटनाओं में कोझिकोड और मलप्पुरम में जिले में 20 और वायनाड में नौ लोगों की जान गयी है. उन्होंने बताया कि राज्य के 988 राहत शिविरों में 1,07,699 लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया. वायनाड से सबसे अधिक 24,990 लोगों ने इन शिविरों में पनाह ली है. अधिकारियों ने बताया कि अब भी कई लोगों के मलप्पुरम और वायनाड में हुए भूस्खलन के मलबे के नीचे दबे होने की आशंका है. वहां राहत अभियान जारी है.
Army personnel have rescued a new born baby, from flood hit Wayanad. #KeralaFloods pic.twitter.com/VAlV31E9xq
— ANI (@ANI) August 10, 2019
अधिकारियों ने बताया कि वायनाड में लगातार बारिश के कारण राहत कार्य प्रभावित हो रहा है. अधिकारियों ने पानी का स्तर बढ़ने के कारण बाणसुर सागर बांध खोलने का संकेत भी दिया. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी शुक्रवार को कहा था कि बांध किसी भी समय खोला जा सकता है. जिला प्रशासन सुबह स्थिति का आकलन करने के बाद इस संबंध में निर्णय लेगा.
Maharashtra: National Disaster Response Force (NDRF) continues rescue operations in Sangli. #maharashtrafloods pic.twitter.com/khJCho9YlB
— ANI (@ANI) August 10, 2019
वहीं, कर्नाटक के बगलकोट, रायचूर, बेलगाम और कलबुर्गी जिलों में 33 राहत टीमें और इंजिनियरों के 31 टास्क फोर्स बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के काम में जुटे हैं. उधर, तमिलनाडु में भी बारिश के चलते 5 की मौत हो चुकी है. भारतीय सेना, नेवी और एयरफोर्स के जवान राहत कार्य में जुटे हैं. बाढ़ प्रभावित चार राज्यों के 16 जिलों में 123 रेस्क्यू टीमें फंसे हुए लोगों को मदद पहुंचा रही हैं. वही, मौसम विभाग ने केरल के सात जिलों एर्नाकुलम, इडुकी, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड और कन्नूर में शनिवार को भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.
कर्नाटक में शुक्रवार को बारिश से 10 मौतें दर्ज की गयीं. राज्य में बारिश और बाढ़ के चलते मौत का आंकड़ा 22 हो गया है. उत्तरी कर्नाटक में भी भारी बारिश का कहर जारी है. यहां 1.3 लाख से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण उत्तर कर्नाटक के दौरे पर रवाना हो गयी हैं. उन्होंने कहा कि बाढ़ हमारे दैनिक जीवन में भीषण व्यवधान पैदा कर रही है.
उधर, महाराष्ट्र में शुक्रवार को दो मौतें दर्ज की गयी. इससे पुणे डिविजन में मौत का आंकड़ा बढ़कर 29 हो गया है. मुंबई को कोल्हापुर के रास्ते बेंगलुरु से जोड़ने वाला नैशनल हाइवे 4 लगातार चौथे दिन बंद रहा. इससे खेड़ शिवापुर, सतारा और कराड जाने वाले करीब 30 हजार भारी वाहन बीच रास्ते में फंसे रहे. वहीं तमिलनाडु के कई जिलों में भी बारिश का प्रकोप जारी है. यहां बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित नीलगिरि जिले में राहत कार्यों के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी है. जिले में वर्षा जनित हादसों में पांच लोगों की मौत हो चुकी है.