शोपिंया के बाद अनंतनाग की गलियों में डोभाल, मवेशी कारोबारियों और स्थानीय लोगों से की बातचीत
जम्मू : जम्मू कश्मीर में लोगों से मिलने-जुलने का कार्यक्रम जारी रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल ईद से पहले शनिवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग पहुंचे और उन्होंने वहां मवेशी-कारोबारियों एवं स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की. छह अगस्त से ही राज्य में डेरा डाले हुए डोभाल ने शुक्रवार को श्रीनगर के संवेदनशील […]
जम्मू : जम्मू कश्मीर में लोगों से मिलने-जुलने का कार्यक्रम जारी रखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल ईद से पहले शनिवार को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग पहुंचे और उन्होंने वहां मवेशी-कारोबारियों एवं स्थानीय लोगों के साथ बातचीत की.
छह अगस्त से ही राज्य में डेरा डाले हुए डोभाल ने शुक्रवार को श्रीनगर के संवेदनशील इलाकों का दौरा किया और स्थानीय लोगों एवं सुरक्षाकर्मियों से बातचीत की. पांच अगस्त को केंद्र ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त कर दिया था. अधिकारियों के अनुसार अनंतनाग में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एक मवेशी बाजार में रूके.
अनंतनाग आतंकवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है. सोशल मीडिया पर आये वीडियो में वह बाजार में भेड़ के दाम, वजन और उसके चारे आदि के बारे में लोगों से सवाल करते हुए नजर आ रहे हैं. एक युवा कारोबारी ने डोभाल को बताया कि उसने कारगिल के द्रास से यह भेड़ लाया. उसने उनसे पूछा, क्या आपको पता है कि द्रास कहां है.
डोभाल कुछ जवाब देते, उससे पहले अनंतनाग के उपायुक्त खालिद जहांगीर ने युवा कारोबारी से कहा कि जिस व्यक्ति से वह बात कर रहा है, वह राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं. मुस्कुराते हुए डोभाल ने युवा कारोबारी की पीठ थपथपायी, उससे हाथ मिलाया और फिर वहां से आगे चल पड़े.
शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अपने सहयोगियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ ईदगाह गये थे और विभिन्न स्थानों पर रूककर लोगों से बातचीत की. बाद में उन्होंने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों से बातचीत की एवं कानून- व्यवस्था बनाए रखने में शानदार काम करने पर उन्हें धन्यवाद दिया.
उससे पहले बुधवार को उन्हें फुटपाथ पर स्थानीय लोगों के साथ खाना खाते हुए देखा गया था. वैसे उस वक्त आसपास की दुकानें बंद नजर आ रही थीं. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लोगों के मन में विश्वास बहाल करने के इरादे से घाटी में लोगों से मिल रहे हैं.