जयपुर/नयी दिल्ली : पाकिस्तान से आने वाली थार एक्सप्रेस शनिवार शाम राजस्थान में मुनाबाव स्टेशन पहुंच गई, जबकि कराची जाने वाली ट्रेन अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही है.
अधिकारियों ने यह जानकारी दी. रेल अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान के जीरो प्वाइंट रेलवे स्टेशन से 165 यात्रियों को लेकर थार लिंक एक्सप्रेस शनिवार शाम मुनाबाव पहुंची. ट्रेन के वापसी फेरे में कुल 165 यात्री भारत आये हैं, जिनमें 62 भारतीय और 103 पाकिस्तानी नागरिक हैं.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के जीरो प्वाइंट रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन शाम 5.20 बजे रवाना हुई और 5.40 बजे मुनाबाव पहुंची. मुनाबाव पर यात्रियों एवं उनके दस्तावेजों की जांच होगी. इसके बाद यह ट्रेन अपने गंतव्य स्टेशन भगत की कोठी जोधपुर के लिए रवाना होगी.
जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म करने के भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा था कि उसने भारत के लिए सभी ट्रेन सेवाएं रोक दी है. पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख राशिद अहमद ने इस्लामाबाद में घोषणा की थी कि यह अंतिम जोधपुर-कराची ट्रेन होगी.
इससे पहले, थार लिंक एक्सप्रेस जोधपुर में भगत की कोठी से शुक्रवार रात एक बजे रवाना होकर शनिवार सुबह 6.55 बजे ट्रेन मुनाबाव पहुंच गयी थी. वहां उसे पाकिस्तान की मंजूरी मिलने का इंतजार करना पड़ा.
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता ने बताया कि दोपहर बाद तीन बजकर पांच मिनट पर मंजूरी मिली, जिसके तुरंत बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया. रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेन में सवार 165 यात्रियों में 81 भारतीय हैं, जो पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों से मिलने गए हैं.
पाकिस्तान के 84 नागरिक इसमें सवार होकर अपने वतन लौट रहे हैं. उल्लेखनीय है कि थार रेल सेवा भारत के जोधपुर को पाकिस्तान के कराची से जोड़ती है. भारत की थार लिंक एक्सप्रेस पाकिस्तान के जीरो प्वाइंट तक जाती है. वहां यात्री ट्रेन बदलते हैं.
पाकिस्तान जाने वाले यात्री वहां से पाकिस्तान की थार एक्सप्रेस में सवार होते हैं. पाकिस्तान से लौटने के क्रम में थार एक्सप्रेस से वहां पहुंचे यात्री भारत के लिए लौटती थार लिंक एक्सप्रेस में सवार होते हैं.
थार लिंक एक्सप्रेस में आने वाले यात्रियों और उनके दस्तावेजों की जांच मुनाबाव स्टेशन पर होती है, जिसके बाद ट्रेन को आगे जोधपुर के लिए रवाना किया जाता है. यह ट्रेन सेवा 18 फरवरी 2006 को पुन: शुरू हुई और यह साप्ताहिक ट्रेन है, जो शुक्रवार-शनिवार चलती है. इससे पहले 41 साल तक यह ट्रेन सेवा बंद रही थी. अनुमान के मुताबिक, पिछले 13 साल में चार लाख से ज्यादा यात्रियों ने इस ट्रेन से सफर किया है.