नयी दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाकर उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के फैसले को लेकर कांग्रेसी नेताओं के बयानों में काफी विरोधाभास देखने को मिल रहा है. जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसै नेताओं ने इस फैसले का समर्थन किया तो वहीं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर अपनी असहमति व्यक्त की. जम्मू-कश्मीर से आने वाले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने तो इसे लोकतंत्र की हत्या तक करार दिया.
अब मध्य-प्रदेश से आने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने अनुच्छेद-370 हटाए जाने के फैसले पर अपनी राय दी है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि सरकार घाटी में हालात सामान्य होने का दावा कर रही है लेकिन हमें अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के संदर्भ में देखना चाहिए कि कश्मीर में वाकई क्या हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर पर ये फैसला लेकर आग में हाथ डालने का काम किया है.
Digvijaya Singh, Congress: Refer to the international media & see what is happening in Kashmir. They've (Government) burnt their hands in fire, saving Kashmir is our primary focus. I appeal to Modi ji, Amit Shah ji & Ajit Doval ji to be careful otherwise we will lose Kashmir. pic.twitter.com/sqZV0yKmwX
— ANI (@ANI) August 12, 2019
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारी सबसे पहली प्राथमिकता कश्मीर को बचाना है. उन्होने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और एनएसए अजित डोभाल से इस मसले पर सावधान रहने की अपील करता हूं. उनका कहना है कि किसी भी तरह की जल्दीबाजी दिखाने से हम कश्मीर को हार जाएंगे.