बोर्ड परीक्षा की फीस वृद्धि पर CBSE ने भ्रम को किया दूर, अब सभी वर्ग के लिए 1500 रुपये शुल्क
नयी दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों बोर्ड परीक्षा फीस बढ़ाने के मामले में सफाई दी है. बोर्ड ने नोटिफकेशन जारी कर कहा है कि यह फीस सिर्फ दिल्ली के लोगेां के लिए नहीं बढ़ाई गई बल्किदेश के अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी बढ़ाई गई है. […]
नयी दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों बोर्ड परीक्षा फीस बढ़ाने के मामले में सफाई दी है. बोर्ड ने नोटिफकेशन जारी कर कहा है कि यह फीस सिर्फ दिल्ली के लोगेां के लिए नहीं बढ़ाई गई बल्किदेश के अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी बढ़ाई गई है. सीबीएसई द्वारा फीस में बढ़ोतरी को लेकर स्टूडेंट्स के बीच कन्फ्यूजन हो गया था.
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— CBSE HQ (@cbseindia29) August 11, 2019
सीबीएसई ने साथ ही दावा किया कि उसने पांच साल के अंतराल के बाद फीस बढ़ाई है. पहले ऐसी खबर थी कि सामान्य कैटिगरी की फीस 750 रुपये से 1500 रुपये और एससी-एसटी के लिए 50 से बढ़ाकर 1200 रुपये कर दी गयी है. एससी एसटी (अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों) और जनरल कैटेगरी के विवाद पर बोर्ड ने कहा है कि पहले एससी एसटी के छात्रों को 350 रुपए फीस देनी पड़ती थी जिसे अब 1500 रुपए कर दिया गया है.
वहीं सामान्य वर्ग के छात्रों को 750 रुपए पहले देने पड़ते और अब उन्हें 1500 रुपए देने पड़ेंगे. बोर्ड ने बताया कि दृष्टि बाधित स्टूडेंट्स से कोई फीस नहीं वसूली जाएगी. बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि एससी-एसटी स्टूडेंट्स को सिर्फ दिल्ली में छूट मिल रही थी.
विशेष व्यवस्था के तहत दिल्ली के एससी-एसटी स्टूडेंट्स के लिए फीस 350 रुपये तय की गई थी जिसमें 300 रुपये दिल्ली सरकार और 50 रुपये स्टूडेंट्स जमा करते थे. दिल्ली के सामान्य कैटिगरी के स्टूडेंट्स देश के बाकी स्टूडेंट्स की तरह 750 रुपये फीस देते थे, जिन्हें अब 1500 रुपये देने होंगे.