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मोदी ने कारगिल शहीदों को दी श्रद्धांजलि कहा, देश बहादुर शहीदों को नमन करता है

नयी दिल्‍ली: कारगिल विजय की 15वीं वर्षगांठ और विजय दिवस के अवसर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारतीय सेना को शुभकामनाएं दी और शहीदों को नमन किया है. नरेन्‍द्र मोदी ने फेसबुक पर पोस्‍ट किया है, ‘कारगिल विजय दिवस हमारे जांबाज़ सैनिको की वीरता, शौर्य और बलिदान की याद दिलाता है. मातृभूमि के अमर शहीदों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 26, 2014 10:59 AM

नयी दिल्‍ली: कारगिल विजय की 15वीं वर्षगांठ और विजय दिवस के अवसर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने भारतीय सेना को शुभकामनाएं दी और शहीदों को नमन किया है. नरेन्‍द्र मोदी ने फेसबुक पर पोस्‍ट किया है, ‘कारगिल विजय दिवस हमारे जांबाज़ सैनिको की वीरता, शौर्य और बलिदान की याद दिलाता है. मातृभूमि के अमर शहीदों को शत् शत् नमन.’

कारगिल विजय की 15वीं वर्षगांठ पर सेना को तोहफा, जल्‍द बनेगा युद्ध स्‍मारक

15 साल पहले आज ही के दिन कारगिल में भारतीय जवानों ने पाकिस्‍तानी सैनिकों को धुल चटाकर विजय हासिल की थी. कितनी ही कुर्बानियों के बाद भारत को वह जीत मिली थी. शांति पहरेदार कहे जाने वाले तत्‍कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जवानों में ऐसा जोश भरा के उन्‍होंने कारगिल में विजय पताका लहराने के बाद ही दम लिया.

शनिवार को रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने वायु, जल और थल सेनाध्‍यक्षों के साथ दिल्‍ली के इंडिया गेट के पास कारगिल के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किये. इससे पूर्व शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल विक्रम सिंह ने द्रास सेक्‍टर के वार मेमोरियल में शहीदों को श्रद्धांजलि दी. शहीद जवानों के परिजन विजय दिवस के मौके पर हर साल यहां युद्ध स्मारक का दौरा करके शहीदों को याद करते हैं.

1999 में कारगिल में लड़ाई तब शुरू हुई जब पाकिस्तानी सेना ने घुसपैठियों को समर्थन देना शुरू कर दिया था. कारगिल सीमा पर ये घुसपैठ 2 मई 1999 को शुरू हुई थी. कारगिल की लड़ाई लगभग तीन महीने तक चली थी और इसमें सैंकड़ों भारतीय जवान शहीद हुए. फरवरी 1999 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान का दौरा किया था, लेकिन उसके कुछ महीने के बाद ही दोनों देशों के बीच करगिल युद्ध शुरू हो गया.

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