जयपुर : राजस्थान के दो पूर्व राजघरानों द्वारा खुद को भगवान राम का वंशज बताये जाने के बाद मंगलवार को राज्य के परिवहन एवं सैनिक कल्याण मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि ‘हम सूर्यवंशी राजपूत भगवान राम के वंशज हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है.’
खाचरियावास ने एक बयान में कहा, दुनियाभर में हैं भगवान राम के वंशज, इनमें मैं और मेरा परिवार भी शामिल है. हम सूर्यवंशी राजपूत भगवान राम के वंशज हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है. कुशवाह वंश के सूर्यवंशी राजपूत कालांतर में कच्छवा कहलाये, हमारा परिवार भी भगवान राम का वंशज है. उन्होंने कहा कि भगवान राम के वंशज जो कुश की संतान हैं वो पूरी दुनिया में मिलेगी. यदि सुप्रीम कोर्ट प्रमाण मांगेगा तो इस तरह के प्रमाण उपलब्ध भी करा दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी मंशा है कि उच्चतम न्यायालय राम मंदिर मामले की जल्दी सुनवाई कर अपना फैसला सुनाये.
इससे पूर्व भाजपा सांसद एवं पूर्व जयपुर राजघराने की सदस्य दीयाकुमारी और पूर्व मेवाड़ राजघराने उदयपुर के अरविंद सिंह मेवाड़ ने भी खुद को भगवान राम का वंशज बताया है. मेवाड़ ने ट्वीट किया, यह ऐतिहासिक रूप से सिद्ध है कि मेरा परिवार श्री राम का प्रत्यक्ष वंशज है. उन्होंने लिखा है, हम राम जन्मभूमि पर कोई दावा नहीं करना चाहते, लेकिन हमारा मानना है कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर श्री राम मंदिर अवश्य बनना चाहिए. मेवाड़ प्रत्यक्ष रूप से किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़े हैं. जयपुर के पूर्व राजघराने की सदस्य दीया कुमारी भाजपा की सांसद (राजसमंद) हैं. दीया कुमारी कह चुकी हैं कि भगवान राम के वंशज दुनिया भर में हैं जिनमें उनका परिवार भी है. सांसद के अनुसार, उनका परिवार भगवान राम के बेटे कुश के वंशज हैं.
दीयाकुमारी ने हाल ही में कहा, हम भगवानराम के वंशज हैं उसका आधार हमारे पास हस्तलिपि, वंशावली, दस्तावेज हमारे पोथी खाने में मौजूद है. उल्लेखनीय है कि राम जन्म भूमि विवाद में उच्चतम न्यायालय में सुनवाई चल रही है. भगवान राम के वंशज होने को लेकर राजस्थान में कई नेताओं के बयान आ चुके हैं.