स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बोले राष्ट्रपति – नये बदलाव से J&K और लद्दाख के लोगों को होगा फायदा
नयी दिल्ली :73वें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने को सही फैसला बताया और कहा, नये बदलाव से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को फायदा होगा.उन्होंने अपने संबोधन में कहा, स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को मेरी […]
नयी दिल्ली :73वें स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने को सही फैसला बताया और कहा, नये बदलाव से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को फायदा होगा.उन्होंने अपने संबोधन में कहा, स्वाधीनता दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को मेरी हार्दिक बधाई! यह स्वाधीनता दिवस भारत-माता की सभी संतानों के लिए बेहद खुशी का दिन है, चाहे वे देश में हों या विदेश में.
हम अपने उन असंख्य स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों को कृतज्ञता के साथ याद करते हैं, जिन्होंने हमें आजादी दिलाने के लिए संघर्ष, त्याग और बलिदान के महान आदर्श प्रस्तुत किये. 2 अक्टूबर को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाएंगे. गांधीजी हमारे स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे. वे समाज को हर प्रकार के अन्याय से मुक्त कराने के प्रयासों में हमारे मार्गदर्शक भी थे.
गांधीजी का मार्गदर्शन आज भी उतना ही प्रासंगिक है. उन्होंने हमारी आज की गंभीर चुनौतियों का अनुमान पहले ही कर लिया था. गांधीजी मानते थे कि हमें प्रकृति के संसाधनों का उपयोग विवेक के साथ करना चाहिए ताकि विकास और प्रकृति का संतुलन हमेशा बना रहे.
वर्तमान में चल रहे हमारे अनेक प्रयास गांधीजी के विचारों को ही यथार्थ रूप देते हैं. अनेक कल्याणकारी कार्यक्रमों के माध्यम से हमारे देशवासियों का जीवन बेहतर बनाया जा रहा है. सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाने पर विशेष जोर देना भी गांधीजी की सोच के अनुरूप है.
राष्ट्रपति ने कहा, 2019 का यह साल, गुरु नानक देवजी का 550वां जयंती वर्ष भी है. वे भारत के सबसे महान संतों में से एक हैं. गुरु नानक देवजी के सभी अनुयायियों को मैं इस पावन जयंती वर्ष के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं.
जिस महान पीढ़ी के लोगों ने हमें आजादी दिलाई. उनके लिए स्वाधीनता, केवल राजनीतिक सत्ता को हासिल करने तक सीमित नहीं थी. उनका उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति के जीवन और समाज की व्यवस्था को बेहतर बनाना भी था.राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने पर कहा, मुझे विश्वास है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए हाल ही में किये गये बदलावों से वहां के निवासी बहुत अधिक लाभान्वित होंगे.
राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा, इसी वर्ष गर्मियों में, आप सभी देशवासियों ने 17वें आम चुनाव में भाग लेकर विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सम्पन्न किया है. इस उपलब्धि के लिए, सभी मतदाता बधाई के पात्र हैं. यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपने गौरवशाली देश को नयी ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए जोश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करें.
मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि संसद के हाल ही में संपन्न हुए सत्र में लोकसभा और राज्यसभा, दोनों ही सदनों की बैठकें बहुत सफल रही हैं. हमारी संस्थाओं और नीति निर्माताओं को चाहिए कि नागरिकों से जो संकेत उन्हें मिलते हैं, उन पर पूरा ध्यान दें और देशवासियों के विचारों तथा इच्छाओं का सम्मान करें.
राष्ट्रपति ने कहा, आज हमारा लक्ष्य है कि विकास की गति तेज हो, शासन व्यवस्था कुशल और पारदर्शी हो ताकि लोगों का जीवन बेहतर हो. लोगों के जनादेश में उनकी आकांक्षाएं साफ दिखाई देती हैं. इन आकांक्षाओं को पूरा करने में सरकार अपनी भूमिका निभाती है. मेरा मानना है कि 130 करोड़ भारतवासी अपने कौशल, प्रतिभा, उद्यम तथा इनोवेशन के जरिए, बहुत बड़े पैमाने पर विकास के और अधिक अवसर पैदा कर सकते हैं.