जम्मू-कश्मीर में धीरे-धीरे दी जा रही है ढील, टेलिफोन सेवा बहाल हुई, जम्मू में चलने लगा इंटरनेट
श्रीनगर : कश्मीर घाटी के 17 टेलीफोन एक्सचेंज में लैंडलाइन सेवाएं 12 दिन बाद शनिवार को बहाल कर दी गयी जिससे 50,000 से अधिक लैंडलाइन फोनों ने फिर काम करना शुरू कर दिया. वहीं जम्मू के पांच जिलों में कम गति वाली (2जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं. अधिकारियों ने बताया कि 100 […]
श्रीनगर : कश्मीर घाटी के 17 टेलीफोन एक्सचेंज में लैंडलाइन सेवाएं 12 दिन बाद शनिवार को बहाल कर दी गयी जिससे 50,000 से अधिक लैंडलाइन फोनों ने फिर काम करना शुरू कर दिया. वहीं जम्मू के पांच जिलों में कम गति वाली (2जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं.
अधिकारियों ने बताया कि 100 से अधिक टेलीफोन एक्सचेंज में से 17 में सेवाएं बहाल कर दी गईं. ये एक्सचेंज मुख्यत: सिविल लाइन्स क्षेत्र, छावनी क्षेत्र, श्रीनगर जिले के हवाई अड्डे के पास हैं.
अधिकारियों ने बताया कि अन्य 20 एक्सचेंज भी जल्द काम करने लगेंगे. सेवाएं बहाल किये जाने के बाद मध्य कश्मीर में बडगाम, सोनमर्ग और मनिगम में लैंडलाइन फोन ने काम करना शुरू कर दिया. उत्तर कश्मीर में गुरेज, तंगमार्ग, उरी, केरन, करनाह और तंगधार इलाकों में सेवाएं बहाल हुई हैं. दक्षिण कश्मीर में काजीगुंड और पहलगाम इलाकों में लैंडलाइन सेवाएं बहाल की गयी हैं.
केंद्र सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान हटाने के बाद पांच अगस्त से ही यहां मोबाइल फोन और लैंडलाइन सेवाएं निलंबित कर दी गयी थीं. जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बी. वी. आर सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को कहा था, ‘‘अतांकवादी संगठनों द्वारा मोबाइल कनेक्टिविटी का इस्तेमाल कर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के खतरे को ध्यान में रखते हुए चरणबद्ध तरीके से धीरे-धीरे दूरसंचार सेवाएं बहाल की जाएंगी. एहतियाती नजरबंदी की लगातार समीक्षा की जा रही है और काननू-व्यवस्था की स्थिति के आकलन के आधार उचित निर्णय लिए जाएंगे.”
उन्होंने बताया कि पिछले एक पखवराड़े में लिए गए निर्णयों को लागू करने के लिए, सीमा पार आतंकवाद को रोकने के लिए सरकार को एहतियाती तौर पर कुछ सुरक्षात्मक कदम उठाने की आवश्यकता थी. मुख्य सचिव ने बताया कि आतंकवादी संगठनों के निकट भविष्य में राज्य में हमला करने की योजना बनाने की विश्वसनीय जानकारी के आधार पर ये कदम उठाए गए थे. उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और शांति भंग ना हो यह ध्यान रखते हुए कानून के प्रावधानों के तहत कुछ लोगों को एहतियाती तौर पर हिरासत में लिया गया. पहले भी हिंसात्मक घटनाओं के बाद ऐसे कदम उठाए गये हैं.
इस बीच, जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में कम गति की (2जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी शुक्रवार देर रात को बहाल कर दी गईं. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक द्वारा जारी आदेशानुसार देर रात 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों में बहाल कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि स्थिति का ताजा आकलन करने के बाद तेज गति की (3जी और 4जी) मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की जाएंगी.