केबीसी ने बदल दी बिहार के सुशील कुमार की किस्मत अब किसकी बारी
मुंबई:पूरे देश में अपने प्रदेश का नाम रौशन करने वाले मोतिहारी के लाल सुशील कुमार की जिंदगी की गाड़ी उसी तरह चल रही है जैसा कौन बनेगा करोड़पति में पांच करोड़ जीतने के पहले थी. कौन बनेगा करोड़पति के क्विज शो में जीतने के बाद सुशील कुमार को बिहार में बहुत शोहरत मिली लेकिन इसके […]
मुंबई:पूरे देश में अपने प्रदेश का नाम रौशन करने वाले मोतिहारी के लाल सुशील कुमार की जिंदगी की गाड़ी उसी तरह चल रही है जैसा कौन बनेगा करोड़पति में पांच करोड़ जीतने के पहले थी.
कौन बनेगा करोड़पति के क्विज शो में जीतने के बाद सुशील कुमार को बिहार में बहुत शोहरत मिली लेकिन इसके बाद भी उनके स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं आया. इतनी बड़ी रकम जीतने के बाद भी कई वर्षों तक अपनी पुरानी साइकल पर ही सवारी की. अपने दोस्तों और परिजनों के दवाब के बाद उन्होंने 2013 में स्कूटी खरीदी.
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 170 किलोमीटर दूर मोतिहारी शहर में रहने वाले सुशील का सपना शुरु से ही प्रशासनिक सेवा में जाने का था लेकिन केबीसी ने उनके जीवन को अलग मोड़ पर ला दिया. इस शो से इतनी बड़ी रकम जीतने के बाद वे तैयारी के लिए दिल्ली चले गये. उनकी शोहरत के कारण वे दिल्ली में अपने को समेट नहीं सके और वापस अपने गांव आ गये.
उन्होंने इसके बाद लेक्चरर बनने की ठानी लेकिन मीडिया में कुछ इस तरह की बातें उड़ी की उन्हें यह करियर भी छोड़ना पड़ा. केबीसी का जैकपॉट जीतने के बाद वे महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोज़गार सुरक्षा क़ानून यानी मनरेगा के ब्रांड एंबेसडर बने. सुशील ने जब क्विज़ शो जीता था, तब वे मनरेगा योजना चलाने वाले विभाग में मामूली नौकरी कर रहे थे.
अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने उन्हें चुनाव लड़ने का भी ऑफर दिया था लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया. इस तरह से सुशील इन दिनों केबीसी में मिली शोहरत के बदौतल गांव में ही अपनों के बीच हैं. कहा जा सकता है कि केबीसी एक ऐसा शो है जो आम आदमी की जिंदगी बदल दे सकता है. फिलहाल केबीसी सीजन आठ की शूटिंग शुरु हो चुकी है. अब देखना है कि इस सीजन में किस प्रतिभागी की किस्मत साथ देती है.