मनमोहन सिंह ने छठी बार ली राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ
नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा के सदस्य के रूप में छठी बार शपथ ली. राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 86 वर्षीय सिंह को अपने कक्ष में शपथ दिलायी. शपथ ग्रहण के दौरान सदन के नेता थावर चंद गहलोत, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी […]
नयी दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा के सदस्य के रूप में छठी बार शपथ ली. राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 86 वर्षीय सिंह को अपने कक्ष में शपथ दिलायी. शपथ ग्रहण के दौरान सदन के नेता थावर चंद गहलोत, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी मौजूद थे.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के अलावा सदन में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा और पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल भी मौजूद थे. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के अलावा भाजपा के कुछ नेता इस दौरान उपस्थित थे. नायडू ने बाद में ट्वीट किया, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को राज्यसभा में अपने कक्ष में राज्यसभा के सदस्य के तौर पर शपथ ग्रहण करायी. उन्होंने शपथ ग्रहण की तस्वीरें भी ट्वीट कीं. इन तस्वीरों में सिंह की पत्नी गुरशरण कौर भी दिखायी दे रही हैं. सिंह राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य पुन: चुने गये हैं. उनका निर्वाचन निर्विरोध हुआ है क्योंकि भाजपा ने उनके खिलाफ कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था.
भाजपा के राज्यसभा सदस्य मदनलाल सैनी के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी जिसके बाद यह सीट प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस के पास चली गयी है. सिंह का ऊपरी सदन में कार्यकाल इस साल 14 जून को समाप्त हो गया था. पूर्व में उन्होंने राज्यसभा में करीब 28 वर्ष असम का प्रतिनिधित्व किया था. राज्यसभा सदस्य के रूप में यह उनका छठा कार्यकाल होगा. वह इससे पहले 1991, 1995, 2001, 2007 और 2013 में राज्यसभा सदस्य चुने गये थे. वह 1998 से 2004 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे और प्रधानमंत्री के रूप में 2004 से 2014 तक सदन के नेता थे. सिंह सदन के चौथे सर्वाधिक आयु के सदस्य हैं. सदन में 96 वर्षीय राम जेठमनाली, 91 वर्षीय मोतीलाल वोरा और 88 वर्षीय सीपी ठाकुर उनसे अधिक आयु के सदस्य हैं. अधिकारी ने बताया कि राज्यसभा में 79 वर्षीय महेंद्र प्रसाद का सातवां कार्यकाल, जेठमलानी का छठा कार्यकाल और वोरा का चौथा कार्यकाल है.