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मेरे आवास पर कोई जासूसी नहीं हुई:गडकरी

नयी दिल्‍ली: गडकरी के आवास पर कथित तौर पर जासूसी उपकरण मिलने के मामले में पडने से इंकार करने हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि केंद्रीय मंत्री ने खुद स्पष्ट कर दिया है कि जासूसी करने वाला कोई भी उपकरण नहीं पाया गया. राजनाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘चूंकि गडकरी ने स्वयं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2014 6:50 PM

नयी दिल्‍ली: गडकरी के आवास पर कथित तौर पर जासूसी उपकरण मिलने के मामले में पडने से इंकार करने हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि केंद्रीय मंत्री ने खुद स्पष्ट कर दिया है कि जासूसी करने वाला कोई भी उपकरण नहीं पाया गया. राजनाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘चूंकि गडकरी ने स्वयं इंकार किया है, हमें इस बारे में कुछ नहीं कहना है.’ गृह मंत्री से पूछा गया था कि क्या गृह मंत्रालय कोई जांच शुरु करेगी. मीडिया की खबरों में कहा गया है कि सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री के तीन मूर्ति लेन स्थित आवास पर बेडरुम में उच्च क्षमता के सुनने में सक्षम उपकरण पाये गए थे.

जासूसी के मामले से गडकरी का इनकार

कथित जासूसी उपकरण लगाये जाने के मामले में विवाद उत्पन्न होने के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज जोर दिया कि उनके आवास पर कहीं भी कोई जासूसी उपकरण नहीं पाया गया. सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री उन खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें दावा किया गया था कि 13 तीन मूर्ति लेन स्थित उनके आवास के बेडरुम में बातों को सुनने में सक्षम शक्तिशाली उपकरण पाया गया था.

गडकरी ने कल भी इन खबरों को खारिज करते हुए इन्हें अटकल करार दिया था हालांकि विपक्ष की ओर से इस बारे में सरकार से स्पष्टीकरण मांगने के कारण विवाद जारी है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कल कहा था कि मामले की जांच होनी चाहिए.

गडकरी ने कल इन खबरों को अटकल करार देते हुए खारिज कर दिया था. इस विषय पर विवाद जारी रहने के बीच गडकरी ने आज स्पष्ट किया कि उनके आवास पर कोई जासूसी करने वाला उपकरण नहीं पाया गया.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘पहले की तरह मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मेरे आवास पर कहीं भी कोई उपकरण नहीं पाया गया।’

विपक्ष ने जासूसी मामले पर मांगा सरकार का बयान

नितिन गडकरी द्वारा अपने निवास से जासूसी के उपकरण पाये जाने की खबर को खारिज किये जाने के बावजूद कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों ने आज मांग की कि सरकार इस मुद्दे पर संसद में बयान दे. हालांकि गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने कहा कि ऐसे मुद्दे पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा जो कि ठोस नहीं है, क्योंकि केंद्रीय मंत्री गडकरी खुद इसे सरासर काल्पनिक बता चुके हैं. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार को इस तरह की घटनाओं से अपने आप को बचाने के लिए उपलब्ध कानूनी ढांचे के बारे में जनता को बताना चाहिए.

इस मुद्दे पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के उस बयान का उल्लेख करते हुए कि घटना की पूरी जांच होनी चाहिए, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता तारिक अनवर ने कहा कि सरकार जासूसी की इस घटना की प्रमाणिकता के बारे में संसद में बयान दे और यह भी बताये कि क्या पीएमओ या कोई विदेशी ताकतें इसमें शामिल है. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें इस बात की कोई जानकारी है कि अमेरिकी एनएसए भाजपा की जासूसी करना चाहता है, पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने नकारात्मक उत्तर दिया और कहा कि अमेरिका के उस दल के साथ अच्छे संबंध थे.

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