भारत-चीन ने लद्दाख में चीनी चरवाहों की घुसपैठ की बात मानी
बीजिंग-नयी दिल्ली: भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर उठे विवाद के बीच भारत और चीन ने लद्दाख में पिछले हफ्ते चीनी चरवाहों की घुसपैठ होने की बात आज स्वीकार कर ली, लेकिन दोनों देशों द्वारा इस मुद्दे का हल एक ‘फ्लैग मीटिंग’ के जरिए सौहार्द्रपूर्ण तरीके से निकाल लेने की बात कहते हुए […]
बीजिंग-नयी दिल्ली: भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर उठे विवाद के बीच भारत और चीन ने लद्दाख में पिछले हफ्ते चीनी चरवाहों की घुसपैठ होने की बात आज स्वीकार कर ली, लेकिन दोनों देशों द्वारा इस मुद्दे का हल एक ‘फ्लैग मीटिंग’ के जरिए सौहार्द्रपूर्ण तरीके से निकाल लेने की बात कहते हुए इसे तवज्जो नहीं देने की कोशिश की.
जम्मू कश्मीर में वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे देमचोक सेक्टर में चीनी चरवाहों की घुसपैठ की खबरों पर बीजिंग में एक ईमेल सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय ने बताया, ‘‘इस मुद्दे का सीमा कर्मियों की बैठक के जरिए उचित तरीके से हल हो गया है.’’ चीनी विदेश मंत्रलय ने कहा है, ‘‘चीन-भारत सीमावर्ती इलाकों में शांति एवं स्थिरता कायम रखना दोनों देशों की एक अहम आम सहमति और एक साझा आकांक्षा है.
दोनों देशों के बीच सीमावर्ती इलाके में शांति एवं स्थिरता की हिफाजत के लिए चीन भारत के साथ काम करेगा.’’ वहीं, नई दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने घुसपैठ की खबरों पर जवाब देते हुए कहा, ‘‘फ्लैग मीटिंग के बाद चीनी वापस चले गए.’’ वास्तविक नियंत्रण रेखा से लगे देमचोक सेक्टर में चारदिंग नीलू नाला जंक्शन पर 25 जुलाई को यह घटना होने की खबर लगी थी.
एक भारतीय गश्ती दल को मौके पर भेजा गया था और बाद में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एक टीम भी वहां पहुंची थी.