तीन देशों की यात्रा से दिल्ली लौटे प्रधानमंत्री मोदी, दुनिया को दिखाया भारत का दम

नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद मंगलवार अहले सुबह स्वदेश वापस आ गए हैं. इस यात्रा में उन्होंने जी-7 शिखर सम्मेलन में भी शिरकत की. प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई विश्व नेताओं से मुलाकात कर जलवायु परिवर्तन और डिजिटल क्रांति जैसे मुद्दों पर चर्चा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2019 8:30 AM

नयी दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के बाद मंगलवार अहले सुबह स्वदेश वापस आ गए हैं. इस यात्रा में उन्होंने जी-7 शिखर सम्मेलन में भी शिरकत की. प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई विश्व नेताओं से मुलाकात कर जलवायु परिवर्तन और डिजिटल क्रांति जैसे मुद्दों पर चर्चा की.

पीएम मोदी के लिए इस यात्रा के दौरान मुश्किल क्षण भी रहे जब उन्हें अपने दोस्त और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन की खबर बहरीन में मिली. हालांकि राष्ट्र कर्तव्य को ऊपर रखते हुए पीएम मोदी आगे बढ़े और अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करते रहे. इन तीन देशों के दौरे से भारत के काफी कुछ हासिल हुआ है.

पीएम मोदी ने फ्रांस, यूएई और बहरीन की यात्रा की. इस यात्रा में पीएम मोदी ने दुनिया को भारत का दम दिखाया. भारत के लिहाज से कूटनीतिक तौर पर पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम रहा. एक तरफ जहां पीएम मोदी को यूएई का सर्वोच्च सम्मान दिया गया, वहीं फ्रांस में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान कश्मीर पर पूरी दुनिया के सामने भारत का पक्ष मजबूती से रखा है.

बहरीन में भी सर्वोच्च सम्मान और अभूतपूर्व स्वागत किया गया. उनकी यात्रा 22 अगस्त को फ्रांस से शुरू हुई थी जिसके बाद यूएई और बहरीन होते हुए 26 अगस्त को फ्रांस आकर ही खत्म हुई है. 27 अगस्त को वो अहले सुबह भारत लौट आए हैं.

किस देश में क्या हुआ?
यूएईः संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे पीएम मोदी को वहां के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद ने अपने देश के सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ से नवाज़ा, जो कि भारत के लिए गर्व की बात है.इस सम्मान से पाकिस्तान को करारा झटका लगा. पीएम मोदी ने इस सम्मान को 130 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया है. कश्मीर पर पहले से ही बौखलाए पाकिस्तान ने पीएम मोदी को मिले इस सम्मान के बाद अपना गुस्सा जाहिर किया.
पाकिस्तान सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी ने विरोध स्वरूप अपना यूएई दौरा तक रद्द कर दिया. इतना ही नहीं क्राउन प्रिंस और पीएम मोदी ने संयुक्त रूप से महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने के लिए एक डाक टिकट भी जारी किया. साथ ही रूपे कार्ड का शुभारंभ किया गया. मध्य पूर्व में यूएई पहला ऐसा देश है, जहां रूपे कार्ड की शुरुआत की गई.
बहरीनः बहरीन में पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री का आगमन हुआ, सो पीएम मोदी का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया. यहां पर प्रिंस खलीफा ने पीएम मोदी को विशेष आदर देते हुए एयरपोर्ट पर स्वागत किया. पीएम मोदी को यहां बहरीन के सम्मान ‘द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां’ से नवाजा गया. पीएम मोदी ने बहरीन नेशनल स्टेडियम में एक कार्यक्रम में 15 हजार भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया.
दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष, संस्कृति, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन और रूपे कार्ड से संबंधित करार भी हुए. अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इसरो और बहरीन की राष्‍ट्रीय अंतरिक्ष विज्ञान एजेंसी के बीच सहयोग पर सहमति बनी है. साथ ही भारत और बहरीन के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एजेंडा भी तय हुआ है.
फ्रांसः पीएम मोदी ने अपनी यात्रा की शुरुआत और अंत फ्रांस से ही की. जी-7 का सदस्य नहीं होने के बाद भी भारत को खास न्योता मिला था. न्योता मिलने के बाद पीएम मोदी ने इस शिखर सम्मेलन में शिरकत की. सम्मलेन से इतर पीएम मोदी ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन से मुलाकात कर रक्षा, सुरक्षा और व्यापार समेत कई मुद्दों पर चर्चा की. इसके बाद पीएम मोदी राष्ट्रपति मैक्रों की ओर से आयोजित डिनर में मेहमान बनकर पहुंचे.
पीएम मोदी ने अपने दौरे के आखिरी दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कश्मीर मसले पर अपनी बात साफ की. साफ कहा कि यह हमारा मसला है कोई और देश इस मामले में कष्ट न करे. भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता को लेकर उत्सुक अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी की बात का समर्थन किया. कहा कि दोनों देश आपसी बातचीत के जरिए ही इस मसले का बेहतर हल निकाल सकते हैं. ट्रंप के बायन से पाकिस्तान हताश हुआ है.

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