देहरादून : केंद्रीय विज्ञान एवं तकनीकी मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को यहां भारतीय पेट्रोलियम संस्थान (आईआईपी) में प्लास्टिक कचरे से डीजल बनाने के एक संयंत्र का उद्घाटन किया और कहा कि यह प्लास्टिक से मुक्ति की तरफ एक प्रशंसनीय कदम है.
यहां मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की मौजूदगी में संयंत्र का उद्घाटन करने के बाद हर्षवर्धन ने कहा, बडे पैमाने पर प्लास्टिक कचरे से डीजल बनाने से न केवल यह प्लास्टिक से मुक्ति की दिशा में एक अच्छा कदम है बल्कि इससे देश में पेट्रोलियम पदार्थो को लेकर अन्य देशों पर निर्भरता कम होगी.
उन्होंने आईआईपी के वैज्ञानिकों को वर्षों के शोध के बाद प्लास्टिक कचरे से डीजल बनाने की तकनीक खोजने पर बधाई भी दी. मुख्यमंत्री रावत ने भी आईआईपी के वैज्ञानिकों की इस खोज को एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा बल्कि इससे आर्थिक प्रगति भी होगी.
इस संयंत्र में एक टन प्लास्टिक कचरे से 800 लीटर डीजल बनेगा. उन्होंने कहा कि इस संयंत्र के लिये गैर सरकारी संगठनों की मदद से प्लास्टिक कचरे को एकत्रित किया जायेगा.