कश्मीर मसले पर केंद्र को मिला राहुल गांधी का साथ, बोले- ये हमारा आंतरिक मामला, पाकिस्तान फैला रहा हिंसा

नयी दिल्लीः जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद केंद सरकार का अब विरोध कर रही कांग्रेस पार्टी अब अपना स्टैंड बदलती दिख रही है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कश्मीर मसले पर आज सरकार का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2019 10:10 AM
नयी दिल्लीः जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद केंद सरकार का अब विरोध कर रही कांग्रेस पार्टी अब अपना स्टैंड बदलती दिख रही है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कश्मीर मसले पर आज सरकार का समर्थन किया है. उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मसला है और पाकिस्तान या फिर किसी अन्य देश को इस मामले में हस्तक्षेप करने नहीं दिया जाएगा.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया- ‘मैं कई मसलों पर सरकार से असहमत हूं, लेकिन यह साफ कर देना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसमें पाकिस्तान या फिर किसी अन्य देश को हस्तक्षेप करने नहीं दिया जाएगा.
कश्मीर में हिंसा के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराते हुए राहुल गांधी ने अपने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘जम्मू-कश्मीर में हिंसा हो रही है. यह हिंसा इसलिए हो रही है क्योंकि पाकिस्तान की ओर से इसे भड़काया और समर्थन किया जा रहा है, जिसकी पहचान दुनियाभर में आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश की रही है.’
कश्मीर पर चौतरफा घिरी कांग्रेस के स्टैंड में इसे बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है. बता दें कि पहले जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और फिर बाद में कश्मीर दौरे से लौटाए गए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि उन्हें उस बर्बरता का अहसास हुआ जिसको कश्मीरी झेल रहे हैं.
राहुल के इस बयान को पाकिस्तान हाथोंहाथ लिया. उनके ट्वीट को वहां की न्यूज वेबसाइट प्रमुखता से दिखा रहे थे. वहीं पाकिस्तान के मंत्री तक राहुल को इजाजत न मिलने को मुद्दा बना रहे हैं.
कश्‍मीर में हालात को लेकर पाकिस्‍तान का मीडिया और इमरान सरकार के मंत्री फर्जी खबरों के आधार पर दुष्‍प्रचार कर रहे हैं. राहुल गांधी 12 विपक्षी दलों के नेताओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ श्रीनगर गए थे जहां उन्हें हवाईअड्डे पर उतरते ही रोक लिया गया और दिल्ली वापस भेज दिया गया था.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद से ही पाकिस्तान कश्मीर मसले को वैश्विक स्तर पर उठाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि उसके प्रयास को कोई खास कामयाबी नहीं मिली है. पाकिस्तान लगातार वहां के मानवाधिकारों को लेकर सवाल उठा रहा है और कई देशों से अपील कर रहा है कि वह कश्मीर मसले पर भारत सरकार के फैसले की निंदा करे.
कांग्रेस नेताओं के बदल रहे सुर
कांग्रेस पार्टी भले ही पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों का विरोध करती हो, उसके नेताओं के सुर बदल रहे हैं. अभी दो दिन पहले ही तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी.बता दें कि शशि थरूर से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने भी पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी.
जयराम के अलावा अभिषेक मनु सिंघवी भी ट्वीट कर उनके बयान का समर्थन कर चुके हैं. जयराम रमेश ने कहा था कि मोदी सरकार की कहानी सिर्फ नकारात्मक गाथा नहीं है. पिछले कार्यकाल की कामयाबियों की वजह से मोदी सरकार दोबारा सत्ता में आई थी.
सिर्फ उनकी बुराई करने से कोई फायदा नहीं होने वाला. कुछ इसी तरह की सलाह अभिषेक मनु सिंघवी ने भी दी थी. अब अनुच्छेद 370 हटाने पर राहुल के इस बयान के बारे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है.

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