विशाखापत्तनम : उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को कहा कि अब केवल पीओके (पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर) को भारत को सौंपे जाने को लेकर ही पाकिस्तान से बात होगी. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ अब केवल इसी मुद्दे पर बात होनी बाकी है.
उन्होंने कहा, कश्मीर पर क्या चर्चा करनी है? यह भारत का अखंड हिस्सा है. हां मैं मानता हूं, कुछ चीजों पर चर्चा होनी है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारे पड़ोसी से कश्मीर के शेष हिस्से पीओके को वापस करने पर बात होगी और वह है पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर. नायडू ने यहां नौसैन्य विज्ञान और तकनीकी प्रयोगशाला के गोल्डन जुबली समारोह को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत अमन पसंद देश है और युद्धोन्मादी नहीं हैं, लेकिन आगाह किया कि हमला करने वालों को मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा. कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान की ओर से धमकियों का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, शांतिप्रिय देश होने के नाते भारत किसी भी देश पर हमला नहीं करेगा, लेकिन अगर कोई हमला करेगा तो मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा.
उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर आतंकवादियों को धन मुहैया कराने और प्रशिक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसे बिल्कुल अहसास नहीं है कि मानवता को इससे क्या नुकसान हो रहा है. उपराष्ट्रपति ने चेताया उसे यह समझना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत युद्ध के लिए नहीं बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए हथियार विकसित कर रहा है. उपराष्ट्रपति ने उल्लेख किया, भारत ने किसी भी देश पर हमला नहीं किया. ऐरे गैरे आये, हम पर हमला किया, उन्होंने हम पर शासन किया, उन्होंने हमें बर्बाद किया, उन्होंने हमें लूटा, धोखाधड़ी की. उन्होंने भारत को और सुरक्षित तथा शांतिपूर्ण बनाने के लिए सभी वैज्ञानिकों की सराहना की और उनका शुक्रिया अदा किया.
मौके पर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के अध्यक्ष जी. सतीश रेड्डी, पूर्वी नौसैन्य कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ अतुल कुमार जैन, महानिदेशक (नौसैन्य सिस्टम और मैटेरियल) समीर वी कामत और आंध्रप्रदेश के पर्यटन मंत्री एम श्रीनिवास राव समेत अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे.