नयी दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट से इजाजत मिलने के बाद सीपीआई (एम) नेता सीताराम येचुरी श्रीनगर के लिए रवाना हो गए हैं. उन्होंने गुरूवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट से श्रीनगर के लिए उड़ान भरी. जानकारी के मुताबिक येचुरी वहां अपनी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक युसूफ तारिगामी से मिलने जा रहे हैं. बताया जाता है कि उनकी तबीयत नासाज है. इससे पहले भी सीताराम येचुरी राहुल गांधी समेत विपक्षी पार्टी के कई नेताओं के साथ घाटी का दौरा करने की कोशिश कर चुके हैं लेकिन उन्हें प्रशासन ने एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया.
Communist Party of India (M) leader Sitaram Yechury leaves for SRINAGAR from Delhi Airport. Supreme Court gave Yechury the permission to visit #JammuAndKashmir and meet his party leader and former MLA, Yousuf Tarigami, yesterday. pic.twitter.com/o3Xg2FX4QQ
— ANI (@ANI) August 29, 2019
इसके बाद सीताराम येचुरी ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल कर श्रीनगर जाने की अनुमित मांगी थी. उन्होंने कहा था कि वो अपनी पार्टी के अस्वस्थ पूर्व विधायक युसूफ तारिगामी से मिलने के लिए जाना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि वे अपने कॉमरेड से मिलने जा रहे हैं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वो केवल अपनी पार्टी के नेता से मिलेंगे. किसी भी अन्य राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं लेंगे. ऐसा करना कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन माना जाएगा.
राजनाथ सिंह लद्दाख पहुंचे
गौरतलब है कि केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी आज लद्दाख के दौरे पर हैं. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद रक्षामंत्री का ये पहला दौरा है. घाटी में सुरक्षा और विकास कार्यों की रुपरेखा के मद्देनजर राजनाथ सिंह का ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है. इससे पहले मंत्रालय की तरफ से एक प्रतिनिधिमंडल वहां भेजा गया जो विकास कार्यों की संभावना से संबंधित अपनी रिपोर्ट सौंपेगा. बता दें कि बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि घाटी में ऐसा विकास होगा कि उस पार (पीओके) के लोग सोचेंगे कि काश हम वहां होते. उन्होंने कहा कि, राज्य में 50 हजार युवाओं को नौकरियां दी जाएंगी.
सरकार का कहना है कि प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम से भी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का विकास होगा. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों में मुस्लिम, बौद्ध, सिख हैं और यहां अल्पसंख्यक मंत्रालय की भूमिका बढ़ जाती है.
पांच जिलों में बहाल हुई मोबाइल सेवा
बता दें कि गुरूवार की सुबह जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में मोबाइल फोन सेवा पुन: बहाल कर दी गई थी. यहां बीते 05 अगस्त से ही मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया था. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इस फैसले के तर्क में कहा था कि, आतंकवादी या अवांछित तत्व इसका इस्तेमाल अफवाह या अशांति फैलाने के लिए ना करें इसलिए सेवाओं को बंद किया गया था. उन्होंने कहा कि, जैसे-जैसे हालात सामान्य होते जाएंगे, मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवाओं को पूर्ववत बहाल कर दिया जाएगा.