पाक की बौखलाहट पर बोले राजनाथ- कश्मीर कब पाकिस्तान का था जो इसे लेकर रोता रहता है
लेह: राजनाथ सिंह लद्दाख के दौरे पर हैं. वो गुरूवार को सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे वहां पहुंचे. लेह में एक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों और सेना के जवानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, ‘मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कब कश्मीर पाकिस्तान का था कि इसे […]
लेह: राजनाथ सिंह लद्दाख के दौरे पर हैं. वो गुरूवार को सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे वहां पहुंचे. लेह में एक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोगों और सेना के जवानों को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, ‘मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कब कश्मीर पाकिस्तान का था कि इसे लेकर रोता रहता है’. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बन गया तो हम इसके वजूद का सम्मान करते हैं. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताया और कहा कि इस मामले में पाकिस्तान का कोई स्थान नहीं है.
Defence Minister Rajnath Singh in LEH: Main Pakistan se poochna chahta hun, Kashmir kab Pakistan ka tha ki usko lekar rote rehte ho? Pakistan ban gaya toh hum aapke wajood ka samman karte hain. Pakistan has no locus standi on this matter. pic.twitter.com/FwDTEOawOn
— ANI (@ANI) August 29, 2019
किसान-जवान-विज्ञान मेला में की शिरकत
बता दें कि राजनाथ सिंह लद्दाख के लेह जिले में 26वें ‘किसान-जवान-विज्ञान मेला’ में शिरकत कर रहे हैं. यहां वो भारतीय सेना के जवानों और स्थानीय लोगों से मुखातिब हैं. बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के बाद लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया था जिसकी मांग बीते 1969 से चली आ रही थी. लद्दाख से बीजेपी के युवा सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल ने संसद में केंद्र के फैसले की सराहना करते हुए जोरदार भाषण दिया था.
भारत के फैसले से बौखलाया पाकिस्तान
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर पर भारत सरकार द्वारा लिए गए फैसले से पाकिस्तान बौखला गया है. पाकिस्तान का मानना है कि कश्मीर विवादास्पद क्षेत्र है और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा है. जबकि भारत मानता है कि जम्मू-कश्मीर इसका अभिन्न हिस्सा है और इसके बारे में कोई भी फैसला उसका आंतरिक मसला है. पाकिस्तान इसलिए भी बैचेन है क्योंकि चीन को छोड़ बाकी तमाम देशों ने इस मसले पर भारत का समर्थन किया है.
अमेरिका सहित तमाम देशों का समर्थन
पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि वो जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान और भारत के बीच मध्यस्थता करना चाहता है लेकिन जी-7 बैठक के दौरान पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने यू-टर्न ले लिया. ट्रंप ने कहा कि, नरेंद्र मोदी ने विस्तार कश्मीर के हालात पर मुझे आश्वस्त किया है इसलिए मुझे लगता है कि इसमें किसी भी तीसरे पक्ष के दखल की जरूरत नहीं है.