कांग्रेस सांसद शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में शनिवार को अदालत में सुनवाई के दौरान सरकारी वकील अतुल श्रीवास्तव ने दंपति के घरेलू सहायक का बयान पढ़ा. सरकारी वकील ने कहा कि मौत से पहले सुनंदा आईपीएल मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहती थीं और उन्होंने कहा था, मैं उन्हें (थरूर को) छोड़ूंगी नहीं.
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने शनिवार को शहर की एक अदालत से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के खिलाफ उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की 2014 में मौत के मामले में आत्महत्या के लिए उकसाने या ‘इसके विकल्प में’ हत्या के आरोप में अभियोजन चलाने का अनुरोध किया.
दिल्ली पुलिस ने विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहर से कहा, कृपया आरोपी (थरूर) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 498ए, 306 या विकल्प में 302 के तहत आरोप तय करें.
वरिष्ठ लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने मामले में आरोप तय करने पर दलीलों के दौरान ये अनुरोध किया. पूर्व केंद्रीय मंत्री मामले में वर्तमान समय में जमानत पर हैं. दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 498ए और 306 के तहत आरोप लगाये थे.
अभियोजक ने दम्पति की घरेलू सहायक का एक बयान पढ़ा जो कि मामले में एक गवाह है. अभियोजक ने कहा कि दम्पति के बीच ‘कैटी’ नाम की एक लड़की और कुछ ब्लैकबेरी संदेशों को लेकर झगड़ा हुआ था.