दंतेवाड़ा: जहां नक्सलियों ने की थी पति की हत्या, वहीं से प्रचार की शुरुआत करेंगी BJP उम्मीदवार ओजस्वी मंडावी
दंतेवाड़ा: नक्सली हमले में मारे गए बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने आगामी उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. भीमा मंडावी की मौत से खाली हुई दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर 23 सिंतबर को चुनाव होगा. 27 सिंतबर को इसका परिणाम घोषित कर दिया जाएगा. श्यामगिरि इलाके से शुरू करेंगी प्रचार अभियान […]
दंतेवाड़ा: नक्सली हमले में मारे गए बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने आगामी उपचुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. भीमा मंडावी की मौत से खाली हुई दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर 23 सिंतबर को चुनाव होगा. 27 सिंतबर को इसका परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.
Chhattisgarh: Ojasvi Mandavi, wife of BJP MLA Bheema Mandavi who lost his life in a naxal attack on 9 April in Dantewada, filed first part of nomination as a BJP candidate yesterday for upcoming by-election in Dantewada. pic.twitter.com/328xPCr08G
— ANI (@ANI) September 3, 2019
श्यामगिरि इलाके से शुरू करेंगी प्रचार अभियान
नामांकन दाखिल करने के बाद अपने समर्थकों सहित मीडिया से मुखातिब ओजस्वी मंडावी ने कहा कि मैं चुनाव जीतने के लिए पूरी तैयारी और कोशिश करूंगी. उन्होंने कहा कि मैं अपने प्रचार अभियान की शुरुआत श्यामगिरि के उसी इलाके से करूंगी जहां नक्सलियों ने मेरे पति की निर्मम हत्या कर दी थी. उन्होंने कहा कि मेरे पति,दिंंवगत विधायक भीमा मंडावी यहां की जनता का कल्याण और विकास चाहते थे. मैं चुनाव जीतकर उनका सपना पूरा करना चाहती हूं.
Ojasvi Mandavi: I will prepare and try my best to win the elections. I will start my campaign from Shyamgiri area where naxals killed my husband. I want to fulfill his dream to work for the welfare of the people here.” (02.09.2019) #Chhattisgarh pic.twitter.com/KkrMdd71KA
— ANI (@ANI) September 3, 2019
बीते 9 अप्रैल को नक्सली हमले में हुई थी मौत
बता दें कि 9 अप्रैल को लोकसभा चुनाव में प्रचार के उद्देश्य से श्यामगिरि इलाके में गए बीजेपी विधायक भीमा मंडावी के काफिले को नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट का निशाना बनाया था. इस घटना में विधायक भीमा मंडावी समेत चार पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. घटना के बाद पुलिस अधिकारियों का कहना था कि वो इलाका घनघोर नक्सलवाद प्रभावित है और मंडावी को इलाके में जाने से मना किया गया था. जानकारी के मुताबिक साल 2018 में भीमा मंडावी ने कांग्रेस के देवती कर्मा को यहां बड़े अंतर से हराया था.
हमले के बाद भी नहीं आई थी मतदान में कमी
इस घटना के बाद भी इलाके में भय का माहौल नहीं दिखा और स्थानीय जनता ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया. खुद भीमा मंडावी का पूरा परिवार मतदान में शामिल हुआ. आंकड़ों के मुताबिक यहां श्यामगिरि बूथ पर 77 फीसदी मतदान हुआ था. इस नक्सली हमले की पीएम मोदी ने कड़ी निंदा की थी. बता दें कि इस घटना की जांच न्यायिक जांच आयोग कर रहा है. आयोग के अध्यक्ष सतीश अग्निहोत्री ने हाल ही में जांच दल की बैठक बुलाई थी जिसमें निर्देश दिया गया था कि प्रक्रिया में तेजी लाई जाए.