शैलजा बनीं हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष, हुड्डा को विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी

नयी दिल्ली : हरियाणा विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाई के नेताओं की अंतर्कलह को दूर करने का प्रयास करते हुए बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया. सोनिया गांधी की करीबी मानी जाने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2019 6:48 PM

नयी दिल्ली : हरियाणा विधानसभा चुनाव से कुछ हफ्ते पहले कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाई के नेताओं की अंतर्कलह को दूर करने का प्रयास करते हुए बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया.

सोनिया गांधी की करीबी मानी जाने वाली शैलजा ने अशोक तंवर का स्थान लिया है. दूसरी तरफ, हुड्डा ने किरण चौधरी का स्थान लिया है. हुड्डा को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया है. हरियाणा में अक्तूबर के आखिर में चुनाव प्रस्तावित है. हरियाणा के कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने संवाददाताओं को बताया कि शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष और हुड्डा को विधायक दल का नेता नियुक्त किया गया है. आजाद ने यह भी स्वीकार किया कि इन नियुक्तियों में विलंब हुआ है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि ‘देर आये, दुरुस्त आये.’ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी वाले संवाददाता सम्मेलन में आजाद ने शैलजा और हुड्डा के लंबे राजनीतिक अनुभव का जिक्र किया और उम्मीद जतायी कि दोनों के नेतृत्व में कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देगी.

उन्होंने बतौर मुख्यमंत्री हुड्डा की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके कार्यों और अनुभव को देखते हुए चुनाव के प्रबंधन की जिम्मेदारी उन्हें दी गयी है. आजाद ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि ये दोनों नेता और अन्य वरिष्ठ नेता मिलकर भाजपा की सरकार का मुकाबला करेंगे. रोहतक की रैली में अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस के रुख की हुड्डा द्वारा परोक्ष रूप से आलोचना करने और नेताओं के अंदरूनी कलह के सवाल पर आजाद ने कहा, वो बातें अतीत की है. अब हम भविष्य की बात करें. मुझे विश्वास है कि सभी नेता मिलकर काम करेंगे और विजय की ओर बढ़ेंगे. यह पूछे जाने पर कि अब तंवर और किरण चौधरी की क्या भूमिका होगी तो कांग्रेस प्रभारी ने कहा, कांग्रेस बहुत बड़ी पार्टी है. सभी की भूमिका होगी. जिसकी जहां जरूरत होगी, उसका वहां उपयोग किया जायेगा.

कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले को हुड्डा की नाराजगी और राज्य के पार्टी नेताओं के आपसी कलह को दूर करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, नाराजगी की खबरों के बीच, हुड्डा ने मंगलवार को अपने समर्थक नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें इन नेताओं ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आगे का निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया था. हरियाणा कांग्रेस में अंदरूनी कलह खासकर हुड्डा एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक तंवर के बीच टकराव की खबरें लंबे समय से आ रही हैं. हाल ही में ऐसी खबरें आयी थीं कि हुड्डा पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं और अलग होने का रास्ता भी चुन सकते हैं. नाराजगी की अटकलों के बीच ही गत 29 अगस्त को हुड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद ऐसी खबरें आयी थीं कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को बदला जा सकता है और टिकट बंटवारे में हुड्डा की भूमिका सुनिश्चित की जा सकती है.

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