नयी दिल्ली : खराब वायु गुणवत्ता एवं छोटे-मोटे मामलों में वृद्धि के कारण नयी दिल्ली दुनिया के रहने लायक अच्छे शहरों की सूची में छह स्थान फिसलकर 118वें पायदान पर आ गया. इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (इआइयू) के वार्षिक सर्वेक्षण में ऐसा कहा गया है. पूरे एशिया क्षेत्र में नयी दिल्ली की स्थिति में सबसे अधिक स्थान की गिरावट दर्ज की गयी है. मुंबई दो स्थान फिसलकर 119वें पायदान पर आ गया है.
इस सूची में ऑस्ट्रेलिया का वियना लगातार दूसरी बार पहले स्थान पर रहा है. इआइयू ने पत्रकारों की स्वतंत्रता से जुड़े सूचकांक में भारत के निचले स्थान पर होने का भी अपनी रपट में हवाला दिया है. इसमें कहा गया है कि भारत में पत्रकारों के खिलाफ दुर्व्यहार के मामले बढ़े हैं.
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया के रहने लायक शहरों में कुल-मिलाकर एशियाई शहरों का प्रदर्शन औसत से नीचे है. पापुआ न्यू गिनी का पोर्ट मोर्सबी (135वें), पाकिस्तान का कराची (136वें) और बांग्लादेश का ढाका (138वें) स्थान के साथ रहने के लिहाज से सबसे कम उपयुक्त 10 शहरों में शामिल हैं.
इआइयू ने कहा है कि सांस्कृतिक क्षेत्र के अंक में गिरावट के कारण मुंबई रैंकिंग में दो स्थान फिसल गया. वहीं सांस्कृतिक, पर्यावरण स्कोर और अपराध दर में वृद्धि के कारण स्थिरता स्कोर में गिरावट से सूचकांक में नयी दिल्ली की स्थिति कमजोर हुई है.
नयी दिल्ली को कुल-मिलाकर 56.3 अंक मिले हैं, जबकि मुंबई ने 56.2 अंक अर्जित किया. शीर्ष स्थान पर काबिज वियना को 99.1 अंक मिले, जबकि इस सूचकांक में सबसे निचले स्थान के शहर दमिश्क (सीरिया) को 30.7 अंक मिले. दमिश्क इस सूचकांक में 140वें स्थान पर रहा.